मौसम में हो रहा उतार-चढ़ाव, रहें सतर्क

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-लापरवाही करने पर आ सकते हैं बीमारी की चपेट में
-अभी खान-पान पर रखें ध्यान, बचे रहेंगे बीमारियों से
बांका, 6 मई-
अभी मौसम में उतार-चढ़ाव हो रहा है। कभी तापमान 44 डिग्री पर चला जाता है तो कभी बारिश होने लगती है। ऐसे मौसम में शरीर को ढलने में समय लग जाता है। अगर थोड़ी सी लापरवाही बरती गई तो आदमी बीमार भी पड़ सकता है। इसलिए बाहर जाने से लेकर खाने तक का ध्यान रखने की जरूरत है। एक तरफ लू से बचे रहने की जरूरत है तो दूसरी तरफ तापमान कम होने पर बुखार, सर्दी, जुकाम इत्यादि बीमारियों से सावधान रहना चाहिए। डायरिया और टायफाइड होने की भी आशंका ऐसे मौसम में रहती है।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि लोगों को मौसम के अनुकूल व्यवहार करना चाहिए। जब गर्मी बढ़ जाती है तो लोगों को गर्मी से बचने का प्रयास करना चाहिए और जब बारिश होने लगती है तो लोगों को भीगने से बचना चाहिए, ताकि सर्दी-खांसी से बचा जा सके। ऐसे मौसम में लोग घर से निकलते वक्त छाता जरूर ले लें। छाता आपको कड़ी धूप से भी बचाएगा और भीगने से भी। अगर कड़ी धूप हो तो साथ में ओआरएस का घोल भी रखें। यह आपको डायरिया से बचाएगा। साथ में शरीर को पूरी तरह कपड़े से ढककर निकलें। बारिश में भीगने पर तत्काल कपड़े बदल लें। ऐसा करते रहने से बीमारियों की चपेट में आने से बचे रहेंगे।
बासी भोजन करने से बचें- स्वस्थ्य रहने के लिए अच्छा और ताजा भोजन बहुत मायने रखता है। डॉ. चौधरी कहते हैं कि बासी खाने से बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए कोशिश करें कि ताजा भोजन ही करें। अत्यधिक मात्रा में भोजन करने से बचें और साथ में पानी भी अधिक पीएं। एक बार में अधिक खाने की बजाय चार से पांच बार खाने की कोशिश करें। भूखे पेट नहीं रहें। स्वच्छ और साफ पानी पीएं। इसके बाद भी अगर कोई शिकायत होती है तो डॉक्टर से संपर्क करें और उनके बताए अनुसार रहें। अगर दवा लिखते हैं तो दवा का सेवन करें। खुद डॉक्टर नहीं बनें। ऐसा करना नुकसानदायक हो सकता है।
तरल पदार्थ पर दें जोरः डॉ. चौधरी कहते हैं कि ऐसे मौसम में तरल पदार्थ लेने पर जोर देना चाहिए। खासकर जब कड़ी धूप हो और लू का खतरा हो। गन्ना, संतरा, मौसमी इत्यादि का जूस पीएं। साथ ही तरबूज, खीरा, बतिया जैसे मौसमी फलों का सेवन करें। इसके अलावा भोजन में हरी सब्जियों का इस्तेमाल करें। मसालेदार भोजन करने से परहेज करें। इससे डिहाइड्रेशन हो सकता है, जिससे कै-दस्त हो सकता है। सुबह-सुबह मॉर्निंग वॉक करें। मॉर्निंग वॉक करने वक्त इस बात का ध्यान दें कि धूप तेज नहीं हो। संभव हो तो धूप निकलने से पहले ही टहल लें। दही और छाछ का सेवन भी लाभदायक हो सकता है।