• लापरवाही बरतने पर कोई भी व्यक्ति आ सकता है चपेट में
• कोरोना से हर तरह के लोगों को बचने की जरूरत
भागलपुर, 14 जुलाई:
कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इससे बचने को लेकर तरह-तरह के भ्रम भी समाज में है. कोई कहता है कि लहसून खाने से कोरोना नहीं होता है तो कोई कहता है तील के तेल के मालिश करने से नहीं होता है, तो कोई अल्कोहल के सेवन से कोरोना से बचने की बात कर रहे हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि किसी को भी कोरोना हो सकता है. यहां तक कि मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति भी इसकी चपेट में आ सकते हैं.
नारायणपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. विजय शंकर विद्यार्थी ने बतया कोरोना को लेकर किसी तरह का भ्रम नहीं पालना चाहिए. इसकी चपेट में कोई भी आ सकता है. कोरोना से बचने का एकमात्र तरीका है सावधानी. आप अपने परिजनों, रिश्तेदारों और मित्रों को जीवनशैली से जुड़ी सावधानियों के बारे में बताएं. पड़ोसियों के साथ मिलकर कोरोना से जुड़ी आपातकालीन स्थिति की योजना बनाएं. कोरोना से संक्रमण या बीमारी की स्थिति में संपर्क करने वाले लोगों की सूची बनाएं और साथ के लोगों के साथ साझा करें. अगले कुछ समय तक बीमार लोगों से मिलने से परहेज करें. यदि आप खुद बीमार हैं तो डॉक्टर से मिलने के अलावा बाहर निकलने या अन्य जगहों पर जाने से बचें. सर्दी-खांसी और जुकाम होने पर टिश्यू का इस्तेमाल करें, परिजनों के साथ भी कम बैठने की कोशिश करें.
घर की सफाई पर दे ध्यान: आपके घर पर जिन चीजों का इस्तेमाल रोज हो रहा है और हर व्यक्ति उसका उपयोग करता है, उनकी रोज सफाई करें. कुर्सी, मेज, स्विच, दरवाजे और हैंडल को घर के सभी लोग इस्तेमाल करते हैं, इन्हें रोज साफ करें.
एक दूसरे से दूरी बना कर रहे: जिस प्रकार से तेजी से कोरोना फैल रहा है ऐसे में बीमार पड़ने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें. एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें. अपनी आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें. बुखार-खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें. बीमार पड़ने पर खुद डॉक्टर नहीं बनें. किसी तरह की लापरवाही भारी पड़ सकती है. डॉक्टर आपका पूरा विश्लेषण कर आपको सलाह देते हैं, इसलिए उनकी सलाह को नजरअंदाज नहीं करें.
मास्क और सेनिटाइजर का करें इस्तेमाल: डॉ विद्यार्थी कहते हैं अगर आपका कोई करीबी अस्पताल में भर्ती है और आपको उसके पास रहना है तो खुद को अच्छी तरह से ढक लें. मास्क लगाएं और सेनिटाइजर से लगातार हाथ साफ करते रहें. अस्पताल के स्टाफ का निर्देश मानें और मरीज से पांच फीट की दूरी से मिलें.
इन बातों का रखें ख्याल:
• सार्वजानिक स्थानों पर लोगों से छह फीट की दूरी बनायें
• घर में बने उपयोग किये जाने वाले मास्क का प्रयोग करें
• अपनी आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें
• हाथों की नियमित रूप से साबुन एवं पानी से अच्छी तरफ साफ करें
• तंबाकू, खैनी आदि का प्रयोग नहीं करें, न ही सार्वजानिक स्थानों पर थूकें
• अक्सर इस्तेमाल की जाने वाली सतहों की नियमित सफाई करें