जिले में 29 नवंबर से दूसरे चरण का पल्स पोलियो अभियान का होगा शुभारंभ

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– आशा व सेविका घर-घर जाकर बच्चों को पिलएंगी दो बूँद पोलियो की दवा

– अभियान की सफलता को लेकर तैयारी में जुटे स्वास्थ्य विभाग, एक भी बच्चा छूटे ना, इसका रखा जाएगा ख्याल

लखीसराय, 23 नवंबर, 2020
जिले में 29 नवंबर से पाँच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान के दूसरे चरण शुरू हो जाएगा। इसकी सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग आवश्यक तैयारी में जुट चुका है। ताकि अभियान का शुभारंभ में किसी प्रकार की परेशानियाँ नहीं हो और सफलतापूर्वक अभियान का समापन हो सकें। इस अभियान को सफल बनाने के लिए आशा, ऑगनबाड़ी सेविका समेत स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अन्य कर्मियों के कंधे जिम्मेदारी दी गई और सुपरवाइजर, मॉनिटर समेत अन्य कर्मियों की टीम गठित की गयी है। इस दौरान इस बात का ख्याल रखा जाएगा कि एक भी बच्चे पोलियो की दो बूंद दवा पीने से छूटे नहीं।

– जिले के सभी प्रखंडों में पिलाई जाएगी पोलियो की दो बूंद दवा :-
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने बताया यह अभियान जिले के सभी प्रखंडों में चलाया जाएगा और सभी प्रखंडों में 29 नवंबर से ही अभियान का शुभारंभ होगा। इसको लेकर आवश्यक तैयारियाँ की जा रही है। अभियान शुभारंभ के दिन से ही शाम में स्थानीय सभी पीएचसी में ड्यूटी में लगे कर्मी रिपोर्ट जमा करेंगे और पीएचसी से पूरे प्रखंड का रिपोर्ट जिला मुख्यालय को उपलब्ध कराया जाएगा।

– घर-घर जाकर बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो की दो बूँद दवा :-
पल्स पोलियो अभियान की ड्यूटी में लगे ऑगनबाड़ी सेविका, आशा समेत अन्य कर्मी घर-घर जाकर पाँच वर्षों तक के बच्चों को पोलियो की दो बूँद दवा पिलाऐंगे। साथ ही दवा पिलाने के बाद बच्चों का नाम, बच्चे के माता-पिता का नाम, गृह संख्या आदि विभाग द्वारा दी गई फॉर्मेट में भरेंगे। साथ ही बाहर गये बच्चों का भी पूरी जानकारी लेकर फॉर्मेट में भरेंगे और देर शाम दिन भर के कार्यों की रिपोर्ट स्थानीय पीएचसी में जमा करेंगे।

– चौक-चौराहे से लेकर स्टेशन पर भी दवा पिलाने के लिए कर्मी रहेंगे तैनात :-
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के तहत एक भी बच्चा नही छूटे इसके लिए विभाग द्वारा व्यापक तैयारियाँ की जा रही है। दरअसल, एक भी बच्चा छूटने पर वायरस फैलने का प्रबल संभावना रहता है। इसको लेकर जिले के चौक-चौराहे, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर दवा पिलाने के लिए कर्मियों की तैनाती किए गए हैं। जो बाहर से आने-जाने वाले यानी सफर कर बच्चे को दवा पिलाऐंगे। ताकि सफर पर निकले बच्चे वंचित नही रहे। साथ ही दवा पिलाने के बाद बच्चों के अंगुली में निशान भी लगाया जाएगा। ताकि किसी भी बच्चे को भूलवश जाने-अनजाने में दोबारा दवाई नही पिलाई जा सकें।

– कोविड-19 के गाइडलाइन का रखा जाएगा ख्याल
बच्चों को दवाई पिलाने के दौरान कोविड-19 के गाइडलाइन का ख्याल रखा जाएगा। बचाव से संबंधित उपायों का पालन करते हुए कर्मी दवा पिलाऐंगे और खुद के साथ-साथ दूसरों का भी कोविड-19 से सुरक्षा का ख्याल रखेंगे। इसको लेकर विभागीय पदाधिकारियों द्वारा सभी कर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

– इन मानकों का रखें ख्याल, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :-
– साबुन या अन्य अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
– भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
– मास्क और सेनेटाइजर का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।
– साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
– बाहरी खाना खाने से बचें।
– अनावश्यक ऑख, नाक, मुँह नहीं छुएं।