खुद कोरोना संक्रमित होने के बावजूद लोगों की सेवा में डटे रहे डाटा ऑपरेटर कृष्ण नंदन कुमार
– मजबूत इच्छा शक्ति, आत्मबल और मनोबल के कारण कोरोना को दी मात
– कोरोना से जंग जीतने के बाद स्वस्थ्य होकर दोगुना उत्साह के साथ अपने काम पर लौटे
– सूर्यगढ़ा पीएचसी में डाटा ऑपरेटर के तौर पर कार्यरत हैं कृष्णनंदन
लखीसराय, 08, दिसंबर, 2020
कोरोना संक्रमण के मुश्किल भरे दौर में एक ओर जहां लोग एक-दूसरे से मिलने तक को तैयार नहीं थे। वहीं, सूर्यगढ़ा पीएचसी में डाटा ऑपरेटर के पद कार्यरत कृष्ण नंदन कुमार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं कैसे मिले, इसे सुनिश्चित करने के लिए लेकर दृढ़ संकल्पित थे। वह इस संकल्प के साथ ना सिर्फ लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने में सफल रहें, बल्कि लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइड लाइन की जानकारी देकर भी जागरूक करते रहें। साथ ही लोगों को कोरोना गाइड लाइन का पालन करने के लिए भी प्रेरित करते रहें। हालाँकि, इसी दौरान वह भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गये। बावजूद इसके इन विषम परिस्थिति में भी वह घबराएँ नहीं, बल्कि, आवश्यक उपचार के साथ- साथ मजबूत इच्छाशक्ति और आत्मबल, मनोबल के बदौलत कोरोना के संक्रमण को मात देने भी सफल रहें।
मुश्किल भरे दौर में भी लोगों को अपनी सेवा देने में जुटे रहे डेटा ऑपरेटर :-
सूर्यगढ़ा पीएचसी प्रभारी डॉ. जवाहर साहू ने बताया कि कोरोना जैसे वैश्विक महामारी के मुश्किल भरे दौर में भी डाटा ऑपरेटर कृष्ण नंदन कुमार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ देने में जुटे रहे। इसके साथ ही इलाज के लिए पीएचसी आने वाले लोगों को भी कोविड-19 से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी भी देने में सफल रहें। इतना ही नहीं, उन्होंने इसके अलावे पीएचसी से संबंधित अन्य कार्यों को भी बखूबी अंजाम दिया।
शारीरिक पीड़ा होने के बाद कराई कोरोना जांच तो पाॅजिटिव आया रिपोर्ट :
डाटा ऑपरेटर कृष्ण नंदन कुमार लोगों को पीएचसी से संबंधित बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ देने में पूरी निष्ठा के साथ जुटे रहे। इसी दौरान उन्हें जब शारीरिक पीड़ा हुई तो उन्होंने अपना कोविड-19 की जाँच कराई जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव होने के बाद उन्हें संक्रमित होने की जानकारी मिली। इसके बाद वह होम आइसोलेट हो गये। आइसोलेशन में आवश्यक चिकित्सा के साथ मजबूत इच्छाशक्ति और आत्मबल के बदौलत ही वह कोविड-19 को मात देने में सफल रहें।
– पीएचसी स्तर से मिला काफी सहयोग :
डाटा ऑपरेटर कृष्ण नंदन कुमार ने बताया कि होम आईसोलेट होने के दौरान स्थानीय पीएचसी के चिकित्सकों एवं सहकर्मी सहित अन्य सहकर्मियों का काफी सहयोग मिला। चिकित्सकों के सहयोग से ही कोविड-19 को मात देने में वह सफल रहें। इतना ही नहीं इस दौरान विभाग के अन्य पदाधिकारियों का भी उन्हें काफी सहयोग मिलता रहा। प्रत्येक दिन चिकित्सक उनके घर आकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने के साथ हीं आवश्यक चिकित्सा परामर्श भी देते थे।
– स्वस्थ होने के साथ ही एक बार फिर से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के संकल्प के साथ काम पर लौटे :
डाटा ऑपरेटर कृष्ण नंदन कुमार स्वस्थ्य होने के साथ – साथ लोगों को और बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के संकल्प के साथ पुनः अपने काम पर लौट आये। उन्होंने बताया कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ मिले इसके लिए वह दृढ़ संकल्पित है। इस दौरान वह लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए भी आवश्यक जानकारी देकर जागरूक भी कर रहें हैं।
– कोविड-19 को मात देने के लिए चिकित्सा परामर्श का पालन जरूरी :
कृष्ण नंदन कुमार ने बताया कि कोविड-19 को मात देने के लिए चिकित्सा परामर्श का पालन महत्वपूर्ण हैं। इसके साथ मजबूत इच्छा शक्ति का होना भी जरूरी है। कोविड-19 से डरें नहीं, बल्कि चिकित्सकीय परामर्श का पालन करते हुए मजबूत इच्छाशक्ति के साथ लड़े।
– जाँच कराने में नहीं बरतें लापरवाही :
कृष्ण नंदन कुमार ने कहा कि लोगों को कोविड-19 जाँच कराने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। बल्कि, लक्षण दिखते ही जाँच कराना चाहिए। जाँच के बाद चिकित्सकीय परामर्श का पालन करते हुए आवश्यक इलाज कराना चाहिए।
– इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 के संक्रमण से रहें दूर :
– शारीरिक दूरी का हमेशा करें पालन ।
– मास्क और सैनिटाइजर का नियमित रूप से करें उपयोग ।
– भीड़-भाड़ वाले जगहों पर जाने से करें परहेज।
– मुँह, नाक, कान छूने से बचें।
– सफर के दौरान हमेशा सैनिटाइजर की छोटी बोतल हमेशा अपने पास रखें।
– बाहर में लोगों से बातचीत के दौरान आवश्यक दूरी का ख्याल रखें।