टीका पड़ने की सूचना से मीरजाफरी की दलित बस्तियों में उत्साह
खुद के साथ बच्चों की जिंदगी को लेकर आश्वस्त हुए वृद्ध लोग
भागलपुर, 22 दिसंबर
“पिछले 9 महीनों से परेशान थे. जबसे कोरोना काल शुरू हुआ है, तब से समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें. हमलोग चिंतित थे कि कहीं कोरोना काल में जान ना चली जाए, लेकिन जब से टीका पड़ने की सूचना मिली है तबसे हमलोगों में उत्साह है. पहले हमलोग सोचते थे इस कोरोना काल में निपट जाएंगे, लेकिन जब से सरकार ने मुफ्त में टीका देने की घोषणा की है तबसे हमलोगों में उम्मीद जगी है. अब हमलोग कोरोना के बाद भी जिंदा रहेंगे और सामान्य रूप से अपना जीवन- बसर कर सकेंगे”. ऐसा कहना है खरीक प्रखंड के मीरजाफरी गांव के 65 वर्ष के नागेश्वर रजक का.
कोरोना से अभी तक बचा हुआ है गांव: प्रखंड मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर स्थित यह गांव अभी तक कोरोना की चपेट से बचा हुआ है. यहां के लोगों ने शुरुआत से ही जागरूकता अभियान चलाया. इसका असर भी दिख रहा है. गांव के अभी तक कोई भी सदस्य कोरोना की चपेट में नहीं आए हैं. गांव की दलित बस्ती में भी कोरोना को लेकर लोग जागरूक रहे हैं. लोग मास्क पहनकर ही बाहर निकलते हैं और सामाजिक दूरी का पालन करते हैं.
टीका आने की सूचना से मिली राहत: दलित बस्ती के ही रहने वाले 68 वर्षीय प्रमोद दास कहते हैं जबसे कोरोना का दौर शुरू हुआ लोग खौफ में जी रहे थे. खासकर बूढ़े लोग ज्यादा चिंतित थे. जवान लोग तो शरीर से मजबूत होते हैं. वह कोरोना का दंश को झेल लेते, लेकिन हम बूढ़े लोग क्या करते. जब इसकी दवा भी नहीं आई थी तो एक बार अगर हमलोगों को हो जाता तो फिर बचना मुश्किल था, लेकिन जबसे सुना है इसका टीका आने वाला है. तब से हमलोगों ने राहत महसूस की है.
सरकार व स्वास्थ्य विभाग का हूं शुक्रगुजार: 64 साल के अर्जुन दास कहते हैं हमलोग सरकार और स्वास्थ्य विभाग का बहुत शुक्रगुजार हैं. उनलोगों ने हमलोगों का ध्यान रखा और कोरोना का टीका मुफ्त में दिलवाने की घोषणा की. नए जमाने की नई बीमारी के बारे में बहुत ही नकारात्मक बातें सुनी थी. हमलोगों को लग रहा था कि अब समय पूरा हो गया है. अपने हिस्से की बची-खुची जिंदगी जी रहे हैं, लेकिन टीका आ जाने से अब हमलोग सामान्य जीवन जी सकेंगे.
बच्चों की जिंदगी के प्रति हुए आश्वस्त: वहीं 72 वर्षीय जयप्रकाश दास कहते हैं कि बेटा हमलोग तो अपनी जिंदगी जी चुके हैं, लेकिन बच्चों को लेकर चिंतित थे. अब जब सरकार मुफ्त में लोगों को टीका दिलवा देगी तो इससे हमारे बच्चों की जिंदगी सुरक्षित हो जाएगी. हमलोगों का क्या पता आज कोरोना है, कल कोई और बीमारी आ जाएगी. लेकिन जब सरकार इस तरह का प्रयास कर रही है तो लोगों को ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है. जैसे ही कोरोना टीका बाजार में आ जाएगा, वैसे ही जो नई बीमारी होगी उसका भी टीका आ जाएगा. सही मायने में टीका आ जाने से हमलोग खुद से ज्यादा बच्चों की जिंदगी के प्रति आश्वस्त हो गए हैं.
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें