– जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के द्वारा एएनएम स्कूल सभागार में प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
– प्रशिक्षण में हिस्सा ले रहे हैं जिला के सभी सीएचसी और पीएचसी पर कार्यरत स्वास्थ्यकर्मी
मुंगेर-
जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा एएनएम स्कूल सभागार में फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजमेंट एंड इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एफपी- एलएमआईसी) के प्रति जागरूकता को लेकर शुक्रवार से दो दिवसीय प्रशिक्षण शुरू हुआ । प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला के सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021- 22 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के तहत परिवार नियोजन गर्भ निरोधकों का अनुश्रवण एवं प्रबंधन को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजमेंट एंड इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एफपी- एलएमआईसी) प्रारम्भ किया गया है। प्रशिक्षण में उपस्थित सभी प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के डीपीएम नसीम रजि ने विस्तार से फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजमेंट एंड इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एफपी- एलएमआईसी) के तकनीकी पहलुओं के बारे में जानकारी दी।
स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन से सम्बंधित सामग्री की उपलब्धता ऑनलाइन देखी जा सकती है
प्रशिक्षण को सम्बोधित करते हुए जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर की जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी रचना कुमारी ने बताया कि फैमिली प्लानिंग लॉजिस्टिक मैनेजमेंट एंड इन्फॉर्मेशन सिस्टम (एफपी- एलएमआईसी) एक ऐसी पद्धति है जिसके माध्यम से जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन से सम्बंधित सामग्री की उपलब्धता ऑनलाइन देखी जा सकती है। जिला से लेकर राज्य स्तर के पदाधिकारी ऑनलाइन परिवार नियोजन सामाग्री की उपलब्धता से अवगत रहेंगे। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला के सभी सीएचसी और पीएचसी पर वेब पोर्टल के माध्यम से परिवार नियोजन के लिए साधनों का उपयोग
प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) सुशील कुमार ने वित्तीय वर्ष 2021- 22 में इस पद्धति के माध्यम से क्या- क्या करना है इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला के विभिन्न संस्थानों के माध्यम से परिवार नियोजन के लिए माला एन, कंडोम, अंतरा, छाया एवं आईयूसीपी का उपयोग तो किया जा रहा है लेकिन अब उसे (एफपी – एलएमआईसी) के वेब पोर्टल के माध्यम से किया किया जाना है।
10 प्रतिशत दम्पति सही जानकारी उपलब्ध नहीं होने के कारण परिवार नियोजन के साधन अपनाने से वंचित
प्रशिक्षण कार्यक्रम को तकनीकी सहयोग दे रही केयर इंडिया की फैमिली प्लानिंग कोऑर्डिनेटर (एफपीसी) तस्नीम रजि ने बताया कि 10 प्रतिशत ऐसे योग्य दम्पति है जिन्हें परिवार नियोजन के विधियों की आवश्यकता है तो है परंतु सही जानकारी उपलब्ध नहीं होने के कारण वो परिवार नियोजन के साधन अपनाने से वंचित हैं। उन्होने बताया कि (एफपी- एलएमआईसी) आपूर्ति श्रृंखला पर प्रभावी नियंत्रण रहने में मददगार साबित होगा। इससे आपूर्ति असंतुलन एवं स्टॉक आउट में कमी आएगी और यह कागज के दबाव को भी कम करेगा। इसके साथ ही डाटा संग्रह, संचरण और वितरण के समय को भी काफी हद तक कम करेगा।