-सात नवंबर तक प्रतिदिन सात हजार लोगों की होगी कोरोना जांच
-दिवाली और छठ पूजा को लेकर जिले में कोरोना जांच में आई तेजी
भागलपुर, 25 अक्टूबर
दिवाली और छठ पूजा को लेकर जिले में कोरोना जांच की संख्या बढ़ा दी गई है। 25 अक्टूबर से सात नवंबर तक जिले में प्रतिदिन सात हजार से अधिक लोगों की कोरोना जांच करने का लक्ष्य रखा गया है। खासकर स्टेशन पर बाहर से आने वाले लोगों के लिए जांच के लिए 12 टीम तैयार की गई है। स्टेशन पर सुबह सात से शाम सात बजे तक छह टीम और शाम सात बजे से दूसरे दिन सुबह सात बजे तक छह टीम स्टेशन पर बाहर से आने वाले लोगों की कोरोना जांच के लिए रहेगी।
यात्रियों की पहले रैपिड एंटीजन किट से जांच होगी। अगर जांच में कोई यात्री कोरोना पॉजिटिव मिलता है तो उसका आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल लिया जाएगा। आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट के आधार पर उस व्यक्ति का आगे इलाज किया जाएगा। स्टेशन पर बाहर से आने वाले किसी व्यक्ति की जांच छूट न जाए, इसे लेकर आरपीएफ के जवान को मुस्तैद किया गया है। जांच टीम सही तरीके से अपना काम कर रही है या नहीं, इसकी निगरानी एएसीएमओ, एसीएमओ, डीपीएम और सदर अस्पताल के अधीक्षक कर रहे हैं।
लोगों को सतर्क रहने की जरूरतः सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने बताया कि यह बात सही है कि अभी जिले में कोरोना का एक भी एक्टिव मरीज नहीं है, लेकिन इस रिकॉर्ड को बनाए रखने के लिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। अभी दुर्गापूजा समाप्त हुई है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग का कोरोना जांच से लेकर टीकाकरण के लिए व्यापक अभियान चला। अब दिवाली और छठ पूजा आने वाले हैं। इसे लेकर भी व्यापक इंतजाम किए गए हैं। स्टेशन पर जांच की संख्या बढ़ा दी गई है। 7 नवंबर तक विशेष अभियान चलाने का फैसला लिया गया है, जिसकी शुरुआत सोमवार से हो गई।
परिजन समझें अपनी जिम्मेदारीः कोरोना का प्रसार फिर से भागलपुर में नहीं हो, इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के साथ आम आदमी को भी जागरूक होने की जरूरत है। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाएं और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए एक-दूसरे के बीच दो गज की दूरी बनाकर रहें। बाहर से घर आएं तो 20 सेकेंड तक हाथ की धुलाई निश्चित तौर पर करें। साथ बाहर से घर आने वालों पर परिजन नजर रखें। उनकी कोरोना जांच सुनिश्चित कराएं। उन्हें रास्ते में ही जानकारी दे दें कि स्टेशन पर कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है, इसलिए वहां से जांच कराकर ही घर आएं। अगर वह जांच कराकर नहीं आते हैं तो घर आने से पहले उनकी सरकारी अस्पतालों में कोरोना जांच जरूर करा दें। जांच में अगर कोरोना की पुष्टि हो जाती है तो आइसोलेट कर दें और चिकित्सकीय सलाह के मुताबिक रहने के लिए कहें। ऐसा करने से बाहर से आने वाले लोगों से किसी स्थानीय व्यक्ति में कोरोना का प्रसार नहीं होगा।