भाजपा का मकसद कश्मीर को बर्बाद करना था: केजरीवाल

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भारतीय जनता पार्टी ने पीडीपी के साथ जम्मू कश्मीर में लगभग तीन साल तक गठबंधन सर्कार में रहने के बाद पीडीपी के साथ अपने गठबंधन को तोड़ दिया और आधिकारिक रूप से घोषणा भी कर दिया राज्यपाल सेशन की मांग करने की. देखा जाये तो राज्य में कट्टरपंथियों और आतंकवाद में इजाफा होता जा रहा था और इसी आरोप में गठबंधन तोड़ने का निष्कर्ष लिया भाजपा सरकार ने वही दिल्ली के मुख्यमंत्री जो एलजी के ऑफिस में पिछले एक हफ्ते से धरने पर बैठे है पूरे राज्य का काम काज छोड़कर भाजपा पर निशाना साधा है की भाजपा ने महबूबा मुफ़्ती के साथ मिल कर कश्मीर को बर्बाद करने के बाद गठबंधन तोडा है केजरीवाल ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये जिसमे उन्होंने नोटेबंदी का जिक्र भी किया , ‘‘ बर्बाद करने के बाद बीजेपी कश्मीर में गठबंधन से बाहर हो गई. क्या बीजेपी ने हमसे यह नहीं कहा था कि नोटबंदी से कश्मीर में आतंकवाद की कमर टूट गयी ? तब क्या हुआ ?’’

भाजपा ने महबूबा मुफ़्ती के साथ मिल कर कश्मीर को बर्बाद करने के बाद गठबंधन तोडा है

गौरतलब है कि बीजेपी ने पीडीपी के साथ जम्मू कश्मीर में करीब तीन साल तक गठबंधन सरकार में रहने के बाद सरकार से समर्थन वापसी की आज घोषणा कर दी. बीजेपी ने कहा कि राज्य में बढ़ते कट्टरपंथ और आतंकवाद के चलते सरकार में बने रहना मुश्किल हो गया था.

जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल साशन लगाने की मांग, बीजेपी ने वापस लिया समर्थन

कांग्रेस ने पीडीपी को समर्थन देने से मना किया

इस बीच कांग्रेस ने पीडीपी को समर्थन ना देने का एलान किया है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम बनी आजाद ने कहा, ”जो कुछ भी हुआ वह अच्छा है. जम्मू-कश्मीर के लोगों को राहत मिलेगी. बीजेपी ने कश्मीर को बर्बाद कर दिया और अब उन्होंने समर्थन वापस ले लिया है. बीजेपी-पीडीपी के तीन साल के शासन के दौरान सबसे अधिक सुरक्षाबलों और कश्मीरी नागरिकों की मौत हुई है.”