एक ट्विटर यूजर ने 3 मई को ‘#BoisLockerRoom’ नाम के एक इंस्टाग्राम चैट ग्रुप के बारे में ट्वीट किया. इस ट्वीट में यूजर ने बताया कि इंस्टाग्राम ग्रुप में सैंकड़ों साउथ दिल्ली के लड़के हैं, जो कथित रूप से अवयस्क लड़कियों के फोटो शेयर करते हैं. यूजर ने कहा कि ग्रुप में लड़कियों को ऑब्जेक्टिफाई किया जाता है और ‘गैंगरेप’ का प्लान किया जाता है.
कथित रूप से क्लास 11 और 12वीं में पढ़ने वाले लड़के इस ग्रुप पर अवयस्क लड़कियों की मॉर्फ की हुई फोटो शेयर करते हैं. लड़कियों के बारे में अश्लील टिप्पणियां करते हैं, बॉडी और स्लट शेमिंग करते हैं.
Bois locker room is straight up sexual harassment. If you’re even thinking about defending it you’re complicit in every form of discomfort and abuse a girl has faced since puberty, sometimes even before. Stop normalising this under the garb of ‘boys will be boys’ it’s disgusting.
— Shreemi Verma (@shreemiverma) May 3, 2020
I’m disgusted to my very core but the fact that I’m not at all shocked and there are people who are defending these 16-17 y/o delhi monsters is beyond me.
I told my mom about this situation and my her response was ‘delhi se aur umeed bhi kya rakh sakte hai’— manasi (@euphoricasf) May 3, 2020
साउथ दिल्ली की एक लड़की ने ट्विटर पर चैट ग्रुप का स्क्रीनशॉट शेयर किया और लिखा, “17-18 साल के साउथ दिल्ली के लड़कों के इस इंस्टाग्राम ग्रुप में उनकी ही उम्र की लड़कियों की तस्वीरें शेयर की जाती हैं. मेरे स्कूल के दो लड़के इसका हिस्सा हैं. मैं और मेरे दोस्त डर गए हैं और मेरी मां चाहती हैं कि मैं इंस्टाग्राम छोड़ दूं.”
कथित रूप से क्लास 11 और 12वीं में पढ़ने वाले लड़के इस ग्रुप पर अवयस्क लड़कियों की मॉर्फ की हुई फोटो शेयर करते हैं. लड़कियों के बारे में अश्लील टिप्पणियां करते हैं, बॉडी और स्लट शेमिंग करते हैं.
फोटो मॉर्फ करना और लोगों के प्राइवेट पार्ट की फोटो शेयर करना आईटी एक्ट के सेक्शन 66E और IPC के सेक्शन 354C का उल्लंघन हो सकता है.
क्या करते हैं?
घटिया बातें करते हैं. लड़कियों के बारे में. तस्वीरें शेयर करते हैं, लड़कियों की. ज़्यादातर 15-16 साल की. उनकी शारीरिक बनावट कैसी है? कैसी दिखती हैं? शरीर का कौन-सा हिस्सा कैसा है? इन सब पर बातें करते हैं. मज़ाक बनाते हैं, एन्जॉय करते हैं. कई बारी तो इन लड़कियों की तस्वीरें एडिट भी करते हैं. इन लड़कियों का यौन शोषण, रेप करने की बातें भी होती हैं. इस ग्रुप में शामिल लड़कों की उम्र भी ज्यादा नहीं है. ज्यादातर तो स्कूल में पढ़ते हैं. यानी 17-18 साल के हैं.
ट्विटर पर शेयर किए गए स्क्रीनशॉट से पता चलता है कि लड़कों ने रेप को लेकर भी कई कमेंट किए हैं. जैसे कि – ‘हम उसका आसानी से रेप कर सकते हैं’ और ‘जहां तुम कहोगे, मैं आ जाऊंगा. हम उसका गैंगरेप करेंगे’.
साइबर सेल क्या कहता है?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ज्यादातर लड़के साउथ दिल्ली के हैं. इसलिए वहां के साइबर सेल ब्रांच को कॉल किया गया, कोई जवाब नहीं मिला. ‘आज तक’ से जुड़े अरविंद ओझा ने बताया कि दिल्ली पुलिस की नज़र में मामला आ गया है. दक्षिणी दिल्ली पुलिस ने साइबर सेल से इस मामले की जांच करने के लिए कहा था. अब जांच शुरू कर दी गई है. इंस्टाग्राम से कहा गया है कि वो इस अकाउंट की सारी जानकारी, एडमिन की जानकारी उन्हें मुहैया कराए. इसके अलावा दिल्ली महिला आयोग ने भी दिल्ली इस केस में जानकारी पाने के लिए दिल्ली पुलिस और इंस्टाग्राम को नोटिस भेजा है.
Breaking –
DCW chief @SwatiJaiHind issues notice to Instagram and Delhi Police in the matter of a group named “boys locker room” being used by some miscreants to share objectionable pictures of minor girls and planning illegal acts such as rape of minor girls. #boyslockerroom pic.twitter.com/PyzxGCv7kt
— Delhi Commission for Women – DCW (@DCWDelhi) May 4, 2020
DCP साइबर सेल का कहना है
‘दिल्ली पुलिल साइबर क्राइम सेल ने जांच शुरू कर दी है. सोशल मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर IT एक्ट और IPC की कुछ धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है.’
जांच शुरू करने की जानकारी मिलने से पहले हमारी बात साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट और कंस्टल्टेंट रक्षित टंडन से हुई थी. उन्होंने तभी कहा था,
‘अभी मेरी जानकारी में ‘बॉयज़ लॉकर रूम’ के खिलाफ किसी विक्टिम ने कोई आधिकारिक शिकायत नहीं की है. हालांकि सोशल मीडिया के ज़रिए हमें इस ग्रुप के बारे में पता चला है. लेकिन जब तक कोई आधिकारिक शिकायत नहीं होगी, हम उचित कार्रवाई नहीं कर पाएंगे. वहीं इंस्टाग्राम पर ये पेज अब बंद हो गया है. इसके अलावा इसके मेंबर लड़कों में से ज्यादातर ने अपना अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिया है. साइबर क्राइम अपनी तरफ से जांच कर रहा है.’
दिल्ली पुलिस के साइबर क्राइम सेल ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है. सोशल मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर एक केस दर्ज किया गया है.
फोटो मॉर्फ करना और लोगों के प्राइवेट पार्ट की फोटो शेयर करना आईटी एक्ट के सेक्शन 66E और IPC के सेक्शन 354C का उल्लंघन हो सकता है.
पहली घटना नहीं
दिसंबर 2019 में मुंबई के एक टॉप रैंक स्कूल ने 13-14 साल के 8 लड़कों को सस्पेंड किया था. इन लड़कों ने एक WhatsApp ग्रुप पर अपनी कई फीमेल क्लासमेट के बारे में हिंसाजनक और यौन टिप्पणियां की थीं.
मुंबई मिरर की खबर के मुताबिक, 100 पेजों से ऊपर की चैट में पता चलता है कि लड़के बॉडी शेमिंग कर रहे थे और ‘रेप’, ‘गैंग बैंग’ जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया गया था.
पूरी चैट के दौरान लड़कियों को कथित रूप से ‘कचरा’ कहकर संबोधित किया गया. जब दो लड़कियों ने स्कूल जाने से मना किया तो उनकी माओं ने स्कूल प्रशासन से बात की और ये मामला सामने आया.
दिल्ली महिला आयोग ने इंस्टाग्राम को भेजा नोटिस
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले में दिल्ली पुलिस और इंस्टाग्राम को नोटिस जारी किया है. मालीवाल ने ट्विटर पर लिखा कि ये हरकत एक घिनौनी,अपराधी और बलात्कारी मानसिकता का प्रमाण है.
महिला कांग्रेस ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया
महिला कांग्रेस ने इस पूरे मामले के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया है, क्योंकि ये केस दिल्ली का है. महिला कांग्रेस ने भी इसे सेक्सुअल हैरासमेंट बताया और कहा कि लॉकडाउन में महिलाओं के खिलाफ साइबर क्राइम बढ़ गए हैं.