वाशिंगटन से चौकाने वाली खबर है , दुनिया भर में कोरोना को लेकर वैज्ञानिक शोध कर रहे हैं, लेकिन जब तक वैज्ञानिक जब तक इस किलर कोरोना के बारे में कोई राय बना पाए उससे पहले ही इसके बारे में नये खुलासे हो जाते हैं । अब कोरोना को लेकर हैरान करने वाला लक्षण सामने आया है । वैज्ञानिक समझ ही नहीं पा रहे है कि ये किस तरह का वायरस है, जो इंसान की नाक कान आंख, फेफड़े, और ह्दय पर अपना प्रभाव छोड़ कर इंसान की जान ले लेता है ।
चीनी वैज्ञानिकों ने हाल ही संक्रमित पुरुषों के स्पर्म में कोविड-19 का पता लगाया है। हालांकि वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पा रहे हैं कि क्या वास्तव में इंसान के सीमेन में कोरोना आ सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि, इस बारे में अभी और रिसर्च की जरूरत है । तथा इस नतीजे पर पहुंचना होगा कि क्या यह वायरस सेक्सुअली ट्रांसमिटेड भी हो सकता है ।
एक भगोड़ा मौलाना साद और कई सुलगते सवाल ?
चीन में कोरोना से संक्रमित रोगियों पर किए गए शोध में ये पता चला है कि कोरोना का वायरस सांस की बूंदों या फिर संपर्क से फैलता है। वहीं यह वायरस लार, मल,और मूत्र में भी पाया जाता है । चीन के शांगकिउ म्युनिसिपल हॉस्पिटल के वैज्ञानिकों ने 15 साल से लेकर 50 साल के 35 कोरोनो संक्रमित रोगियों के वीर्य की जांच की थी । उन्होने बताया कि कोविड-19 से जेनेटिक मेटेरियल छह रोगियों के स्पर्म में मिला। जबकि इनमें से चार लोगो एक्यूट अवस्था में थे । वैज्ञानिकों ने कहा है कि अगर भविष्य में ये साबित होता है कि SARS-CoV-2 सेक्सुअली ट्रांसमिटेड हो सकता है तो ,तो कोरोना संक्रमण को काबू करने का रास्ता निकाला जा सकता है ।
ये कोरोना दिन पर दिन अपना रंग कुछ इस तरह बदल रहा है कि इसके लक्षण को वैज्ञानिक समझ ही नहीं पा रहे हैं।