-स्तनपान के लिए महिलाओं को कर रहे हैं जागरूक, दे रहे हैं आवश्यक जानकारी
-घर-घर जाकर ऑगनबाड़ी सेविका समेत अन्य कर्मी कर रहे हैं जागरूक
जमुई, 27 अगस्त, 2020
कोरोना महामारी के दौर भी सुरक्षा के साथ स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए जिले में स्वास्थ्य विभाग एवं आईसीडीएस के संयुक्त सहयोग से व्यापक पैमाने पर जागरूकता बढ़ाई जा रही है। इस दौरान महिलाओं को स्तनपान से होने वाले लाभ और महत्ता की विस्तार से जानकारी भी दी जा रही है। यह अभियान बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी लाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल है। इसके लिए एएनएम, आशा एवं ऑगनबाड़ी सेविका समेत अन्य कर्मी इसे सफल बनाने को लेकर घर-घर जाकर लोगों जागरूक कर रहें हैं, ताकि शत-प्रतिशत लोगों को इसकी जानकारी मिल सके एवं लोग शामिल होकर लाभ ले सकें।
बच्चों के सर्वांगीण बिकास के लिए बेहद जरूरी है स्तनपान
बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए स्तनपान बेहद जरूरी है। क्योंकि माँ के दूध से बच्चों को उसके शरीर के अनुकुल प्रर्याप्त उर्जा मिलती है और जन्म के बाद छः माह तक नवजात शिशु को स्तनपान कराने से शिशु का स्वस्थ शरीर का निर्माण होता है। बच्चों को 6 माह तक स्तनपान के अलावा बाहर से पानी भी नहीं देना चाहिए। इससे शिशुओं में डायरिया व निमोनिया से होने वाले मृत्यु की संभावना 11 से 15 गुणा तक कम हो जाती है। साथ ही स्तनपान कराने वाली माताओं में स्तन एवं ओवरी कैंसर होने का खतरा कम रहता है। जिससे स्वस्थ माँ मजबूत बच्चा का निर्माण होता है। उन्होंने लोगों से बच्चे जन्म के बाद छः माह तक सिर्फ स्तनपान कराने का अपील किया है।
संक्रमित माताऐं भी करा सकती है स्तनपान
अगर कोई महिलाएँ कोरोना से संक्रमित हो चुकी हैं और वह उपचाराधीन हैं तो ऐसी महिलाएँ भी अपने शिशु को स्तनपान करा सकती हैं। किन्तु इस दौरान उन्हें अपने हाथों की अच्छी तरह सफाई करनी होंगी और स्तनपान के दौरान मास्क का भी अनिवार्य रूप से उपयोग करना होगा। इससे माँ का संक्रमण बच्चे के शरीर तक नहीं पहुँच पाएगा। इसके अलावे इस बात का भी ध्यान रखना है कि माँ अपने बच्चों को स्तनपान कराने में सक्षम हैं या नहीं, क्योंकि बीमारी के कारण कमजोर होने पर स्तनपान कराने में माँ खुद को सक्षम महसूस नहीं कर पाती है।
टीकाकरण के दौरान भी किया जाता है जागरूक
ऑगनबाड़ी केंद्र पर होने वाले बच्चों एवं महिलाओं का नियमित टीकाकरण के दौरान भी स्तनपान को लेकर जागरूक किया जाता है। और विस्तार पूर्वक इसकी जानकारी दी जाती है। इसके अलावा गृह भेंट कार्यक्रम के दौरान भी सेविका द्वारा महिलाओं को स्तनपान के लिए जागरूक किया जाता है।