जीविका दीदी घर पर पोस्टर चिपकाकर पोषण के प्रति कर रही जागरूक

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गर्भवती और धात्री महिलाओं को सही पोषण की दे रही हैं जानकारी
अब तक खरीक प्रखंड के 30 से अधिक गांवों में चल चुका है यह अभियान
भागलपुर, 5 दिसंबर
कोरोना काल में जब तमाम तरह की गतिविधियां बंद हैं तो लोगों को जागरूक करने के लिए नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं. इसी क्रम में खरीक प्रखंड की जीविका दीदी गर्भवती और धात्री महिलाओं को सही पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए घर-घर पोस्टर चिपका रही हैं. पोस्टर में सही पोषण के बारे में जानकारी रहती है. किस अवस्था में कौन सा आहार गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए बेहतर रहेगा, यह लिखा रहता है. इसे पढ़कर गर्भवती और धात्री महिलाएं अपने आहार में बदलाव ला रही हैं.
भागलपुर जिले के खरीक प्रखंड की जीविका दीदी आराधना देवी कहती हैं कि गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए पोषण बहुत महत्व रखता है. इन्हें अगर सही पोषण मिल जाए तो इनके साथ-साथ इनके बच्चे भी स्वस्थ रहते हैं. इसलिए उनलोगों ने नया तरीका अपनाया है. घर के दरवाजे पर पोस्टर चिपका रहने से न चाहते हुए भी गर्भवती व धात्री महिलाओं या फिर उनके परिवार के सदस्यों की नजर उस पर पड़ जाती है. और जब वह आहार की लिस्ट एक बार पढ़ लेती हैं तो फिर उसके अनुसार अपना आहार में बदलाव करती हैं.
आंगन में थाली सजाकर पोषण की दे रही जानकारी: जीविका दीदी पूजा कुमारी कहती हैं कि वह लोग गांव-गांव जाकर यह अभियान चला रहे हैं. पोस्टर चिपकाने के अलावा हमलोग गर्भवती और धात्री महिलाओं के घरों को भी चिन्हित कर रहे हैं. उनके आंगन में जाकर उन्हें पोषण से संबंधित चीजों को थाली में सजाकर रख देते हैं और फिर उन्हें बताते हैं कि कौन-सा आहार उनके लिए किस अवस्था में आवश्यक है और इनके क्या फायदे हैं. इस अभियान से बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं.
प्रोटीनयुक्त भोजन के बारे में बता रही: जीविका दीदी कुमकुम देवी कहती हैं कि आंगन में थाली सजाते वक्त हम लोग प्रोटीनयुक्त भोजन के बारे में बताते हैं. उन्हें हरी सब्जियों और दूध का अधिक से अधिक सेवन करने के लिए कहते हैं. साथ ही जो लोग मांस, मछली और अंडे का सेवन करती हैं उन्हें ऐसे भोजन अधिक से अधिक करने की सलाह दी जाती है. गर्भवती और धात्री महिलाओं के घर की बुजुर्ग महिलाओं को भी इस बारे में बताते हैं, ताकि वह आगे इसका ध्यान रख सकें.
प्रखंड क्षेत्र में रंग ला रहा है यह अभियान: जीविका के खरीक प्रखंड के प्रोजेक्ट मैनेजर बालदेव कुमार कहते हैं कि यह अभियान रंग ला रहा है. अभी तक खरीक प्रखंड के 30 से ज्यादा गांवों में यह अभियान चल चुका है. जिन गांव में यह अभियान नहीं चला है, वहां के लोग उनसे आकर पूछते हैं कि हमारे यहां ऐसा कब कर रहे हैं. इस अभियान से गांव के लोगों में इतनी जागरूकता बढ़ी है कि वे लोग गर्भवती और धात्री महिलाओं को पोस्टर में लिखे हुए आहार की लिस्ट को देखकर भोजन उपलब्ध करवा रहे हैं.
 कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की  दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें