विश्व मधुमेह दिवस आज-
-खानपान का रखें ध्यान, नींद लें भरपूर
-नियमित तौर पर मधुमेह की जांच कराते रहें
बांका, 13 नवंबर।
विश्व मधुमेह दिवस 14 नवम्बर को है। इस बार का थीम है नर्स और डायबिटीज। इसका मकसद है मधुमेह की रोकथाम में नर्सों की भूमिका को सामने लाना। आज के समय में अनियंत्रित जीवनशैली से लोग मधुमेह की चपेट में आ रहे हैं। यह ऐसी बीमारी है जिसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता, लेकिन इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
मधुमेह पर नियंत्रण रखना बहुत जरूरी,-
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि मधुमेह पर नियंत्रण रखना बहुत जरूरी है। अगर नियंत्रण नहीं होता है तो किडनी और हार्ट पर असर पड़ता है। इसलिए जैसे ही आपको पता चले कि आप इसकी चपेट में आ गए हैं तो इस पर नियंत्रण करने की कोशिश शुरू कर दीजिए। हर महीने नियमित तौर पर इसकी जांच कराते रहें और शुगर को नियंत्रित रखें।
मीठा और तेल-मसाले युक्त भोजन से बचें:
डॉक्टर चौधरी कहते हैं कि अनियंत्रित खानपान मधुमेह होने का बड़ा कारण है। इस पर नियंत्रण रखकर मधुमेह पर हम लगाम लगा सकते हैं। मधुमेह रोगियों को तेल मसाले युक्त भोजन से परहेज करना जरूरी है। मीठा चीज खाने से परहेज करें। दूध, दही और घी का कम से कम सेवन करें। खाने में हरी सब्जियों को प्राथमिकता दें। एक बार में अधिक खाने की कोशिश न करें। इसके बजाय थोड़ा- थोड़ा कई बार भोजन करें। जंक फूड खाने से बचें।
नींद पूरी करें, मधुमेह से बचें :
आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में लोग नींद को प्राथमिकता नहीं दे पाते हैं। करियर में आगे बढ़ने के लिए भरपूर नींद नहीं ले पाते हैं। मधुमेह होने का एक कारण यह भी है। कितनी भी भागदौड़ वाली जिंदगी क्यों नहीं हो, कम से कम 6 घंटे की नींद जरूरी है। संभव हो तो 8 घंटे सोने का प्रयास करें।.
सुबह टहलना शुरू करें:
अगर मधुमेह के रोगी हैं तो निश्चित तौर पर सुबह तेज गति से टहला करें। मधुमेह होने का एक कारण शारीरिक गतिविधियां कम होना भी है। शारीरिक गतिविधियों को बढ़ा देंगे तो इससे भी मधुमेह पर नियंत्रण पाया जा सकता है। मधुमेह पर नियंत्रण रहने से इससे संबंधित दूसरी बीमारियों से बचे रहेंगे।
धूम्रपान से करें परहेज;
मधुमेह होने का एक कारण धूम्रपान भी है। धूम्रपान से मधुमेह पर नियंत्रण नहीं हो पाता है। इसलिए अगर मधुमेह रोगी हैं तो आज ही धूम्रपान छोड़ें। लोग अक्सर तनाव कम करने के लिए धूम्रपान का सेवन करते हैं। इसलिए तनाव नहीं लें। इससे धूम्रपान से भी बचे रहेंगे और मधुमेह से भी।
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें .
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें