जानें अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के दिन क्यों मनाया जाता है महाराष्ट्र स्थापना दिवस

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maharashtra day

 

भारत देश जब स्वतंत्र हुआ था उस वक्त हमारे देश का नक्शा एक दम अलग हुआ करता था और भारत के कई सारे राज्य एक ही हुआ करते थे. लेकिन धीरे-धीरे इन राज्यों को भाषा और क्षेत्र के आधार पर बांटा जाने लगा और इस तरह से भारत के कई नए राज्यों का निर्माण किया गया. इस वक्त हमारे देश भारत में कुल 29 राज्य हैं, जिनकी अपनी अलग-अलग भाषा और वेशभूषाएं हैं. वहीं भारत के लगभग सारे राज्य हर साल अपने राज्य का स्थापना दिवस भी मनाते हैं और इसी तरह महाराष्ट्र में भी हर साल मई के महीने में स्थापना दिवस मनाया जाता है.

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महाराष्ट्र दिवस के मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल कोश्यारी से मुलाकात की। इस मौके पर राज्य के लोगों को पीएम मोदी समेते अन्य नेताओं ने बधाई दी।

 महाराष्ट्र दिवस के मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज राजभवन में शिष्टाचार दौरा किया और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से करीब 20 मिनट तक मुलाकात की। इस मौके पर लोगों को शुभकामना देने के लिए कई राजनीतिक नेताओं ने ट्वीट किया। पीएम मोदी ने मराठी में ट्वीट करके कहा, ‘महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर महाराष्ट्र के भाइयों और बहनों को मेरी शुभकामनाएं। भारत देश के विकास में महाराष्ट्र के महत्वपूर्ण योगदान पर गर्व है। मैं आने वाले वर्षों में राज्य की प्रगति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करता हूं। जय महाराष्ट्र!’

महाराष्ट्र दिवस साल में कब मनाया जाता है (Maharashtra Day Date in hindi)

हर साल 1 मई के दिन महाराष्ट्र के लोग अपने राज्य में महाराष्ट्र दिवस मनाते हैं. इस दिन साल 1960 में महाराष्ट्र राज्य की स्थापना की गई थी और इस राज्य को भारत देश के एक राज्य के रूप में पहचान मिली थी. जिसके बाद से महाराष्ट्र सरकार द्वारा हर साल महाराष्ट्र दिवस मनाया जाने लगा. इस दिन इस राज्य की सरकार द्वारा राज्य के स्कूलों, विश्वविद्यालयों, और सरकार दफ्तरों में छुट्टी दी जाती है. वहीं इस साल ये राज्य अपना 49 वां राज्य स्थापना दिवस मनाने जा रहा है.

महाराष्ट्र राज्य अलग एक राज्य कैसे बना ? (Hiostory of Maharashtra)

जब भारत को आजादी मिली थी उस वक्त अधिकांश प्रांतीय राज्यों (Provincial states) को बॉम्बे प्रांत में जोड़ दिया गया था. उस वक्त बॉम्बे प्रांत में गुजराती भाषा और मराठी भाषा बोलने वाले लोग रहते थे. वहीं इसी भाषा के आधार पर अलग राज्य बनाने की मांग उठने लगी. गुजराती भाषा वाले लोग अपना एक अलग राज्य चाहते थे. वहीं मराठी भाषा बोलने वाले लोग खुद के लिए अलग राज्य बनाने की मांग कर रहे थे. इस दौरान देश में कई आंदोलन भी किए गए और इन्हीं आंदोलनों के परिणामस्वरूप, बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम, 1960 के तहत साल 1960 में महाराष्ट्र राज्य और गुजरात राज्य का गठन किया गया था. यानी महाराष्ट्र राज्य और गुजरात राज्य पहले एक ही राज्य के रूप में जाने जाते थे.


दरअसल “राज्यों के पुनर्गठन अधिनियम” 1956 के तहत कई राज्यों का गठन किया गया था. इस अधिनियम के आधार पर कन्नड़ भाषा बोलने वाले लोगों को मैसूर राज्य यानी कर्नाटक राज्य दिए गए था. तेलुगु भाषा के लोगों को आंध्र प्रदेश राज्य मिल गया था. वहीं मलयालम भाषा के लोगों को केरल और तमिल भाषा वाले लोगों को तमिलनाडु राज्य मिल गया था. लेकिन मराठी और गुजराती लोगों को अपना अलग राज्य नहीं मिला था. जिसके बाद से इन लोगों ने अपने लिए अलग राज्य की मांग को लेकर कई आंदोलन शुरू कर दिए.

साल 1960 में जहां एक तरफ गुजरात राज्य को बनाने के लिए महा गुजरात आंदोलन चलाया गया था. वहीं संयुक्त महाराष्ट्र समिति का गठन महाराष्ट्र राज्य की मांग को लेकर हुआ था. वहीं 1 मई 1960 में भारत की मौजूदा सरकार ने बॉम्बे राज्य को दो राज्यों में बांटा दिया. मराठी बोलने वाली आबादी के लिए महाराष्ट्र राज्य का गठन किया गया और गुजराती बोलने वाली आबादी के लिए गुजरात राज्य का. लेकिन इसी बीच बॉम्बे को लेकर इन दोनों राज्यों के बीच लड़ाई शुरू हो गई, जो मुंबई एक बहुत अच्छा दर्शनीय स्थल है. जहां पर महाराष्ट्र राज्य वाले लोग चाहते थे कि बॉम्बे उनके राज्य का हिस्सा हो, क्योंकि वहां पर ज्यादातर लोगों द्वारा मराठी बोली जाती थी. वहीं गुजराती लोगों का कहना था कि बॉम्बे की तरक्की में उनका ज्यादा हाथ है. इसलिए ये उनके राज्य का हिस्सा होना चाहिए. लेकिन अंत में बॉम्बे को महाराष्ट्र राज्य का हिस्सा बना दिया गया.

वहीं जब भारत सरकार ने गोवा राज्य को पुर्तगाली से स्वत्रंत करवाया था, तो महाराष्ट्र राज्य इसे अपने राज्य का हिस्सा बनाना चाहता था. लेकिन गोवा के लोगों ने अपने लिए अलग राज्य की मांग रखी और इस तरह से गोवा महाराष्ट्र राज्य में शामिल नहीं हो सका. गोवा में बहुत ही अच्छे व सुन्दर घुमने के स्थान भी है.

कैसे मनाते हैं महाराष्ट्र दिवस (How to celebrate Maharashtra Day)

महाराष्ट्र दिवस के दिन को खास बनाने के लिए यहां की राज्य सरकार द्वारा कई तरह के समारोह आयोजित किए जाते हैं. इस दिन को विशेष बनाने के लिए राज्य सरकार कई जगहों पर कार्यक्रमों का आयोजन करती है, जिसमें मराठी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है. इसके अलावा इस दिन राज्य सरकार द्वारा एक परेड भी निकाली जाती है. हर साल इस परेड का आयोजन शिवाजी पार्क में किया जाता है. इतना ही नहीं शिवाजी पार्क में इस दिन राज्य के राज्यपाल द्वारा हर साल भाषण भी दिया जाता है.

वहीं हर साल राज्य के मुख्यमंत्री ‘हुतात्मा चौक’ में जाकर उन लोगों श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने इस राज्य की स्थापना के लिए अपना योगदान दिया है. दरअसल ये चौक उन लोगों की याद में बनाया गया है, जो महाराष्ट्र राज्य बनाने के आंदोलन के वक्त शहीद हो गए थे. वहीं इसके अलावा इस दिन इस राज्य में शराब नहीं बेची जाती है.

स्कूलों में भी किए जाते हैं विशेष आयोजन (Celebration In Schools)

स्कूली छात्रों को इस दिन का महत्व समझाने के लिए कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. इतना ही नहीं बच्चे इस दिन कई तरह के नृत्य और गाने भी प्रस्तुत करते हैं. वहीं राज्य के स्कूलों के अलावा कॉलेजों और सरकारी दफ्तरों में भी कई तरह के समारोह का आयोजन किया जाता है. हालांकि इस दिन राज्य सरकार द्वारा छुट्टी दी जाती है. इसलिए इन सब कार्यक्रमों को एक दिन पहले ही कर लिया जाता है.

महाराष्ट्र राज्य की महत्वपूर्ण बातें (Interesting Facts About Maharashtra) –

देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य

महाराष्ट्र राज्य का भौगोलिक क्षेत्र 307,713 किलोमीटर तक फैला हुआ है. भारत के राज्यों में क्षेत्रफल के आधार पर इस राज्य का तीसरा नंबर हैं. इस राज्य से पहले भारत के राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्य क्षेत्र के आधार पर सबसे बड़े राज्य है.

महाराष्ट्र राज्य के पड़ोसी राज्य

महाराष्ट्र राज्य का दक्षिण हिस्सा कर्नाटक राज्य से लगता है. वहीं इस राज्य का दक्षिण पूर्व हिस्सा आंध्र प्रदेश और गोवा राज्य की सीमाओं से लगा हुआ है. इसके अलावा महाराष्ट्र राज्य की उत्तरी भाग की सीमा मध्य प्रदेश राज्य से जुड़ी हुई है और राज्य के पश्चिम में अरब सागर है.

महाराष्ट्र विधान सभा

भारत की राजनीति में इस राज्य की अहम भूमिका हैं. इस राज्य में कुल 228 विधानसभा सीटें हैं. वहीं लोकसभा की 543 सीटों में से 48 सीटें इस राज्य की हैं और राज्य सभा में इस राज्य की 19 सीटें हैं.

महाराष्ट्र राज्य की जानकारी-

राज्य का नाम महाराष्ट्र
राजधानी सर्दियों के समय नागपुर और
गर्मियों के समय मुंबई

राज्य भाषा मराठी भाषा
राज्य का गठन 1 मई, साल 1960
राज्य भाषा मराठी भाषा
कुल क्षेत्र 307,713 कि.मी
कुल जिले 36 जिले मौजूद हैं