कोरोना की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग चौकस
जांच के जरिए कोरोना की चेन तोड़ने की चल रही कवायद
भागलपुर, 25 दिसंबर
कोरोना की चेन तोड़ने को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मुस्तैद है. यही कारण है कि जबसे कोरोना कॉल शुरू हुआ है, तब से लेकर अब तक जिले में 5 लाख से अधिक लोगों के कोरोना जांच हो गई है. सबसे अच्छी बात यह है कि भागलपुर में रिकवरी रेट 97.62 है. जिले में अभी तक 9315 कोरोना मरीज पाए गए हैं. इनमें से 8984 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं. जबकि सक्रिय मरीजों की संख्या 146 है.
सिविल सर्जन विजय कुमार सिंह ने बताया कि भागलपुर में स्वास्थ्य विभाग जिला प्रशासन के सहयोग से कोरोना काल की शुरुआत से ही काफी सूझबूझ के साथ काम कर रहा है. इसी का परिणाम है कि यहां पर कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार कमी आती जा रही है. जांच की संख्या बढ़ने से कोरोना के संक्रमण को रोकने में कामयाबी मिली. अब मरीजों की संख्या कम होती जा रही है.
ज्यादातर मरीज होम आइसोलेशन में जा रहे: जिले में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए घंटाघर में कोविड केयर सेंटर बनाया गया था. जहां पर कोरोना के इलाज की हर तरह की सुविधा मौजूद थी, लेकिन जैसे-जैसे कोरोना के मरीज काम आने लगे और लोग इसके बारे में जागरूक होते चले गए. इसके बाद लोगों ने होम आइसोलेशन को बेहतर समझा. अब अधिकतर लोग होम आइसोलेशन में जाते हैं, जिन्हें एक किट भी दिया जाता है. साथ में किसी तरह की परेशानी होने पर परामर्श भी दिया जाता है.
गंभीर मरीज जाते हैं मायागंज अस्पताल: वैसे तो जिले में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार कम होती जा रही है, लेकिन जांच में अगर कोई व्यक्ति संक्रमित पाया जाता है और उसकी स्थिति गंभीर हो तो उसे मायागंज अस्पताल भेजा जाता है. मायागंज में कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए बेहतर व्यवस्था है.हालांकि कोविड केयर सेंटर में भी गंभीर मरीजों के इलाज की व्यवस्था है.
कोरोना की गाइडलाइन का करें पालन: सीएस ने बताया कि जब तक कोरोना की दवा नहीं आ जाती है या फिर टीके नहीं पड़ जाते हैं तब तक लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत है. टीका पड़ जाने के बाद भी लोग सचेत रहें तो ज्यादा बेहतर है. मास्क पहनने और सामाजिक दूरी का पालन करने से लोग अन्य बीमारियों से भी बचे रहेंगे. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सफाई का ध्यान रखने से लोग बीमार नहीं पड़ेंगे और स्वस्थ भी रहेंगे.
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें