मायागंज अस्पताल में इंडोर और ओपीडी सेवा शुरू होने से मरीजों को मिली राहत

200

20 दिन में इंडोर और ओपीडी में 15,000 से अधिक मरीज करा चुके हैं इलाज

जिले व आसपास के मरीजों को इलाज कराने के लिए नहीं जाना पड़ रहा है बाहर

भागलपुर, 27 अक्टूबर

मायागंज अस्पताल में इंडोर और ओपीडी सेवा शुरू हो जाने से मरीजों को राहत मिली है. सामान्य मरीज ना सिर्फ मायागंज अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं, बल्कि गंभीर मरीजों को भी इलाज कराने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ रहा है. पिछले 20 दिनों में अस्पताल में तकरीबन 15 हजार से अधिक मरीज अपना इलाज करवा चुके हैं. अभी 800 मरीज प्रतिदिन आ रहे हैं अस्पताल में इलाज कराने के लिए.

अस्पताल अधीक्षक डॉ अशोक कुमार भगत ने बताया कि जब से अस्पताल में इंडोर और ओपीडी सेवा शुरू हुई है तब से लगातार मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. पहले दिन 500 मरीजों का इलाज हुआ था, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 800 मरीज प्रतिदिन हो हो गया है. अस्पताल अब पुराने स्वरूप में आ गया है. इंडोर सेवा के साथ जांच भी अस्पताल में शुरू हो गई है. मालूम हो कि मायागंज को कोरोना अस्पताल में तब्दील कर देने के बाद यहां पर सामान्य मरीजों का इलाज 6 महीने से बंद था, लेकिन 5 अक्टूबर को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के निर्देश के बाद 7 अक्टूबर से इंडोर और 12 अक्टूबर से यहां पर ओपीडी सेवा शुरू की गई है.

कोरोना की गाइडलाइन का किया जा रहा है पालन: अधीक्षक डॉ अशोक कुमार भगत ने बताया कि अस्पताल में इलाज करने के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. स्वास्थ्यकर्मी मास्क और ग्लव्स पहने रहते हैं. वहीं मरीज भी इन नियमों का पालन करते हैं. उनके साथ आने वाले परिजन भी कोरोना की गाइडलाइन का पालन करते हैं. जिनके पास मास्क नहीं रहता है उसे उपलब्ध कराया जाता है. अस्पताल को हर दिन सैनिटाइज भी कराया जाता है.

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है मायागंज अस्पताल: मायागंज अस्पताल पूर्वी बिहार का ना सिर्फ सबसे बड़ा अस्पताल है, बल्कि यहां पर मरीजों का अत्याधुनिक तरीके से इलाज करने की सारी व्यवस्था मौजूद है. गंभीर से गंभीर मरीजों का यहां पर आधुनिक तकनीक से इलाज किया जाता है. लगभग हर तरह की जांच और इलाज की व्यवस्था अस्पताल में मौजूद है.

बिहार झारखंड समय 15 जिलों के मरीज आते है यहां: अस्पताल अधीक्षक डॉ अशोक कुमार भगत ने बताया कि अस्पताल में भागलपुर व आसपास के जिलों के साथ झारखंड के कई जिलों के मरीज यहां पर इलाज कराने के लिए आते हैं. अस्पताल मैं ओपीडी सेवा नहीं चल रही थी तब इन मरीजों को इलाज कराने के लिए पटना या कोलकाता जाना पड़ता था. आप उन्हें राहत मिल गई है.

कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें