पोषण परामर्श केंद्र पर लोगों को मिल रही पोषण संबंधित जानकारी 

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– जिले के सभी प्रखंडों में खुल चुका है पोषण परामर्श केंद्र
– बच्चों-महिलाओं को अच्छे पोषण के लिए किया जा रहा जागरूक
बांका, 10 सितंबर
सितंबर को पोषण महीने के रूप में मनाया जा रहा है. इसे लेकर जिले भर में कार्यक्रम हो रहे हैं. सेविका और सहायिका घर-घर जाकर लोगों को सही पोषण और स्वच्छता को लेकर जागरूक कर रही हैं. वहीं सदर प्रखण्ड समेत सभी प्रखंडों में पोषण परामर्श केंद्र पर आने वाले लोगों को अच्छे पोषण के लिए जागरूक किया जा रहा है. गर्भवती और धात्री महिलाओं को पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी जा रही है. बच्चों के लिए भी अच्छे पोषण की जानकारी दी जा रही है.
डीपीओ रिफत अंसारी ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में पोषण परामर्श केंद्र खुल चुके हैं. वहां पर आने वाले लोगों को कोरोना से बचने के उपायों सहित गर्भवती महिलाओं के लिए आवश्यक पोषण की जानकारी दी गयी है. गर्भवतियों तथा धात्री महिलाओं के खाने में चना, गुड़, दाल, हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध व मांस मछली आदि संतुलित आहार के रूप में लेने के फायदों के बारे में कहा जा रहा है. साथ ही 6 माह तक बच्चे को केवल स्तनपान  तथा 6 माह के बाद स्तनपान के साथ पूरक आहार कराने की सलाह दी जा रही है. इसके साथ ही सम्पूर्ण टीकाकरण के महत्व को भी बताया जा रहा है.
जिले भर में दौड़ रहा है जागरूकता रथ: डीपीओ रिफत अंसारी ने बताया कि पोषण को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए जागरूकता रथ जिले भर में दौड़ रहा है. हर प्रखंड के अधिक से अधिक गांवों में लोगों से संपर्क कर पोषण के बारे में जागरूक किया जा रहा है. वहीं शहर और गांवों में दीवारों पर भी अच्छे पोषण की जानकारी लिखी गई है, ताकि उधर से गुजरने वाले लोग जागरूक हो सकें.
मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के बारे में भी किया जा रहा जागरूक: डीपीओ रिफत अंसारी ने बताया कि पोषण परामर्श केंद्र में आने वाले सभी लोगों को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान के योजना के बारे में बताया जा रहा है. उन्होंने बताया, कन्या शिशु मृत्यु दर को रोकने के लिए सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना शुरू की गई हैं। इसके अंतर्गत दो वर्ष तक के आयु के सभी कन्या शिशु का संपूर्ण टीकाकरण कराये जाने पर उनके अभिभावकों को दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान किया गया हैं। कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर टीकाकरण अभियान चलाया जाता है।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के बारे में भी लोग हो रहे जागरूक: पोषण परामर्श केंद्र पर आने वाले लोगों को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के बारे में भी बताया जा रहा है. उन्हें गर्भधारण से लेकर टीकाकरण तक में मिलने वाली सहायता राशि के बारे में बताया जा रहा है. लोगों को यह जानकारी दी जा रही है. डीपीओ रिफत अंसारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत धात्री महिलाओं व नवजात की देखभाल के लिए लाभुक को आर्थिक मदद दी जाती है. योजना के तहत गर्भवती महिला व स्तनपान कराने वाली माताओं को 5000 रुपये सहायता राशि उनके खाता में सीधा ट्रांसफर किया जाता है. इस योजना का उद्देश्य मां और बच्चे की देखभाल, संस्थागत प्रसव को बढ़ावा, पोषण व्यवहारों का पालन करने के लिए प्रोत्साहन के रूप में दिया जाता है