BI News,India:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 अक्टूबर को 9वें G20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20 शिखर सम्मेलन) का उद्घाटन करेंगे। पी20 शिखर सम्मेलन 13-14 अक्टूबर, 2023 के दौरान यशोभूमि, द्वारका, नई दिल्ली में नवनिर्मित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (आईआईसीसी) में आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी लोकसभा सचिवालय ने बुधवार को एक बयान में दी। शिखर सम्मेलन के समापन पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला 14 अक्टूबर को समापन भाषण देंगे।
क्या है पी-20?
पिछले महीने G20 शिखर सम्मेलन के दौरान G20 देशों के प्रमुखों की मेजबानी करने के बाद अब दिल्ली पी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इसके तहत G20 देशों के संसदीय अध्यक्षों व पीठासीन अधिकारियों की बैठक होगी। इस आयोजन में अब तक कई देशों के पीठासीन अधिकारी अपनी भागीदारी निभाने के लिए भारत पहुंच चुके हैं। वहीं इस शिखर सम्मेलन से पहले आज 12 अक्टूबर, 2023 को एक पार्लियामेंट फोरम होगा। इस शिखर सम्मेलन का विषय ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लिए संसद’ है, जो ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के प्राचीन भारतीय दर्शन से प्रेरणा लेता है।
G-20 देशों की संसद के पीठासीन अधिकारी लेंगे भाग
लोकसभा सचिवालय ने बताया कि G-20 देशों की संसद के पीठासीन अधिकारियों के अलावा आमंत्रित देशों की संसद के पीठासीन अधिकारी भी सम्मेलन में भाग लेंगे। पैन अफ्रीकी संसद के अध्यक्ष भारत में आयोजित पी-20 शिखर सम्मेलन में पहली बार भाग लेंगे।
सम्मेलन में भाग लेने पहुंच रहे अधिकारी
ब्राजील के चैंबर ऑफ डेप्युटीज के प्रेसिडेंट आर्थर सीज़र परेरा डी लीरा, हाउस ऑफ कॉमन्स के स्पीकर सर लिंडसे हॉयल, पैन अफ्रीकी यूनियन के प्रेसिडेंट डॉ. अशेबीर डब्ल्यू गायो, मेक्सिको सीनेट की प्रेसिडेंट एना लिलिया रिवेरा रिवेरा, कोरिया गणराज्य की नेशनल असेंबली के स्पीकर किम जिन-प्यो, दक्षिण अफ्रीका की नेशनल काउंसिल ऑफ प्रोविंसेस के चेयरपर्सन अमोस मासोंडो, ओमान की स्टेट काउंसिल के चेयरमैन शेख अब्दुलमलिक अब्दुल्ला अल खलीली, दुआर्ते पचेको शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज भारत पहुंच गए हैं।
बांग्लादेश की संसद की स्पीकर डॉ. शिरीन शर्मिन चौधरी 10 अक्टूबर को ही दिल्ली पहुंच गई हैं। ऑस्ट्रेलिया की सीनेट की प्रेसिडेंट सीनेटर सू लाइन्स और ऑस्ट्रेलिया के हाउस ऑफ रेप्रेजेंटेटिव्स के स्पीकर मिल्टन डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 07 अक्टूबर को नई दिल्ली पहुंचे।
वैश्विक एकता और सहयोग के महत्व पर डालेंगे प्रकाश
लोकसभा सचिवाल के मुताबिक “वसुधैव कुटुंबकम- एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लिए संसद” की भावना के अनुरूप इस शिखर सम्मेलन में वैश्विक एकता और सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला जाएगा। इसके पीछे निहित धारणा यह है कि पूरा विश्व एक परिवार है और आज हम सब मिलकर जो कार्यवाही करेंगे, उसी से पूरी दुनिया के सभी लोगों का भविष्य निर्धारित होगा। यह विषय पूरी दुनिया की संसदों और देशों के लिए एक संदेश होगा कि सतत विकास, जलवायु परिवर्तन, महिला-पुरुष समानता और शांति जैसी वैश्विक चुनौतियों के समाधान के लिए सीमाओं के बंधन और मतभेदों से ऊपर उठकर परस्पर सहयोग करते हुए प्रयास करने की आवश्यकता है।
सम्मेलन से पहले आज लाइफ पर संसदीय फोरम की बैठक
वहीं दुनिया भर के सांसद आज 12 अक्टूबर, 2023 को नई दिल्ली में लाइफ पर संसदीय फोरम (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) की बैठक में सतत जीवन शैली को आगे बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन की समस्या से निपटने की रणनीतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए एकजुट हो रहे हैं। ‘मिशन लाइफ पर फोरम’ की बैठक दरअसल दो दिवसीय G20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20 शिखर सम्मेलन) के 9वें संस्करण से पहले आयोजित की जा रही है।
‘लाइफ’ जन आंदोलन एक विश्वव्यापी प्रयास
ज्ञात हो, जून 2022 में पीएम मोदी द्वारा शुरू किया गया ‘लाइफ’ जन आंदोलन एक विश्वव्यापी प्रयास है जो सतत जीवन शैली की हिमायत करने और हमारे पर्यावरण के संरक्षण के लिए समर्पित है। ‘लाइफ’ पर संसदीय फोरम का विशेष महत्व है, जो सांसदों के लिए अपनी-अपनी अंतर्दृष्टि का आदान-प्रदान करने और सतत जीवनयापन को बढ़ावा देने वाले सफल दृष्टिकोण को साझा करने के लिए एक विशेष प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा, यह ‘लाइफ’ जन आंदोलन और इसके प्रमुख उद्देश्यों के बारे में जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।