गर्भवती और धात्री महिलाओं को सही पोषण के प्रति किया जा रहा जागरूक

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खरीक प्रखंड की पंचायत में शिविर लगाकर जीविका दीदी दे रही पोषण की जानकारी

1 सितंबर से शुरू हुआ यह अभियान 30 नवंबर को जाकर होगा खत्म

भागलपुर, 14 अक्टूबर

खरीक प्रखंड की पंचायतों में गर्भवती और धात्री महिलाओं को सही पोषण के बारे में जागरूक किया जा रहा है. प्रतिदिन किसी ना किसी पंचायत में शिविर लगाकर जीविका दीदी गर्भवती और धात्री महिलाओं को सही पोषण की जानकारी दे रही हैं. उन्हें पोषण के फायदे गिना रही हैं.
जीविका के खरीक प्रखंड के प्रोजेक्ट मैनेजर बलदेव प्रसाद ने कहा कि एक अभियान के तहत यह काम किया जा रहा है. 1 सितंबर से अभियान शुरू हुआ है जो कि 30 नवंबर तक चलेगा. इस दौरान जीविका दीदी द्वारा प्रतिदिन एक पंचायत का चयन करते हैं और वहां की जो भी गर्भवती और धात्री महिलाएं हैं, उन्हें एक जगह बुलाकर सही पोषण के बारे में जानकारी दी जाती है. साथ ही जीविका दीदी उन्हें बताती है कि उन्हें इस अवस्था में किस तरह का आहार लेना चाहिए, जिससे उन्हें सही पोषण मिल सकेगा.

वीडियो दिखाकर किया जा रहा है जागरूक: शिविर में गर्भवती और धात्री महिलाओं को वीडियो भी दिखाया जाता है. वीडियो के जरिए उन्हें बताया जाता है कि किस अवस्था में कौन सा आहार लेना चाहिए जो उनके लिए फायदेमंद रहेगा. साथ ही उनके बच्चे भी कुपोषित नहीं होंगे.

शिविर में थाली सजाकर महिलाओं को दी जाती है जानकारी: जीविका दीदी शिविर में आने वाली महिलाओं को थाली सजाकर बताती हैं कि उनके लिए क्या लाभकारी है. एक थाली में जीविका दीदी सब्जी व अनाज की वैरायटी रखती हैं और उन्हें बताती हैं कि उन्हें इसमें से कौन से अनाज कब खाना है या फिर कौन सी सब्जी का इस्तेमाल कब करना है.

धात्री महिलाओं को स्तनपान की दी जाती है सलाह: शिविर में आने वाली धात्री महिलाओं को जीविका दीदी स्तनपान की सलाह देती हैं. महिलाओं को बताती हैं कि इससे उनका भी स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और उनके बच्चे भी कुपोषित नहीं होंगे. अगर बच्चे 6 महीने से अधिक के हो जाए तो उसे स्तनपान कराने के साथ-साथ पूरक आहार का भी सेवन करवाएं. 6 महीने के बाद बच्चे सिर्फ स्तनपान के सहारे स्वस्थ नहीं रह सकता, इसलिए उन्हें पूरक आहार भी देना जरूरी होता है.

गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार लेने की सलाह: जीविका दीदी शिविर में आने वाली गर्भवती महिलाओं को अधिक से अधिक पौष्टिक आहार लेने की सलाह देती है. जो महिलाएं मांसाहार का सेवन करती है उन्हें मांस- मछली के साथ दूध भी अधिक लेने की सलाह देती हैं, लेकिन जो महिलाएं मांस मछली नहीं खाती हैं उन्हें हरी सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करने को कहा जाता है. इसके साथ दूध भी अधिक से अधिक लेने के लिए कहा जाता है. इससे ना सिर्फ महिलाएं स्वस्थ रहेंगी, बल्कि उनके बच्चे भी कुपोषित नहीं होंगे.

कोरोना से बचाव के लिए इन बातों का रखें ख्याल

1. खांसी या छींक आने के दौरान अपने मुंह को टिशू पेपर से कवर करें और उसे तुरंत किसी बंद डस्टबिन में फेंक दें.

2. अगर आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में समस्या है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें. चिकित्सक से सलाह लेते वक्त मुंह को मास्क या कपड़े से अच्छे से ढकें.

3. अगर आप कोरोना वायरस के शिकार हैं तो अपना ध्यान रखने के साथ-साथ किसी भी व्यक्ति के नजदीक न जाएं। इससे बढ़ते खतरे को रोकने में आसानी होगी.

4. अपने हाथों से आंख, मुंह या नाक को बार-बार न छूएं यदि ऐसा करते भी हैं तो साबुन या सेनिटाइजर से हाथों को अच्छी तरह साफ करें.

5. सार्वजनिक स्थलों पर भी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। राह चलते यूं ही सकड़ों पर न थूकें.