सर्दी-खांसी नहीं हो, इसके लिए खानपान का रखें ध्यान
खुद के साथ बच्चे के स्वास्थ्य के लिए सतर्कता बरतना जरूरी
बांका, 7 दिसंबर
सर्दी के मौसम में स्वास्थ्य को लेकर हर किसी को सतर्क रहने की जरूरत है. गर्भवती महिलाओं को तो इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए. अगर गर्भवती महिलाएं इस मौसम में स्वास्थ्य को लेकर चौकस नहीं रहेंगी तो उनके साथ उनके गर्भस्थ बच्चे को भी परेशानी हो सकती है. इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है. शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि ठंड के मौसम में गर्भवती महिलाओं को सर्दी-खांसी होने की संभावना अधिक रहती है. इससे बचने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए. साथ में इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ठंड नहीं लगे. शरीर को हमेशा ढककर रखना चाहिए.
ठंडी चीज खाने से बचें: डॉ चौधरी ने बताया गर्भवती महिलाओं को ऐसे मौसम में ठंडी चीज खाने से बचना चाहिए. वह अपने आहार में ड्राईफ्रूट्स, चवनप्राश और हॉर्लिक्स का सेवन कर सकती हैं. इसके अलावा जो मांसाहारी हैं वे मांस-मछली और अंडे का सेवन कर सकती हैं. जो लोग मांसाहारी नहीं हैं वे दूध और हरी सब्जियों पर अधिक से अधिक जोर दें. इससे शरीर को सही पोषण मिलेगा. गर्भस्थ शिशु का भी ठीक तरीके से विकास होगा.
धूप का करें सेवन: गर्भवती महिलाओं को अभी के मौसम में धूप का सेवन भी करना चाहिए. इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी मिलती है. इसके अलावा सर्दी-खांसी से भी बचाव होता है. सर्दी के मौसम में स्किन ड्राई हो जाता है. इसलिए हफ्ते में तीन बार तिल के तेल से मालिश करना चाहिए. इससे शरीर स्वस्थ रहेगा और सर्दी खांसी से बचाव होगा.
खुद से दवा नहीं लें: डॉ चौधरी कहते हैं कि अक्सर देखा जाता है कि सर्दी- खांसी बुखार होनपर लोग खुद ही दवा खरीद कर खा लेते हैं. ऐसा नहीं करें. ऐसा करना किसी भी व्यक्ति के लिए हानिकारक है. गर्भवती महिलाओं के लिए तो यह और भी खतरनाक है. अगर आप सर्दी, खांसी या वायरल से पीड़ित होते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें और उनके द्वारा लिखी गई दवा का ही सेवन करें. अपनी समझ से दवा खरीद कर खाना नुकसानदायक हो सकता है.
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें