पोषण पर ध्यान देकर गर्भवती महिलाएं खुद के साथ बच्चे को भी रखें सुरक्षित

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प्रतिरोधक क्षमता को विकसित कर शरीर को बीमारी लड़ने के लिए करें तैयार

खुद की और शिशु की बेहतर सेहत के लिए रहन-सहन पर ध्यान देना है जरूरी

भागलपुर, 15 अक्टूबर

गर्भावस्था में महिलाओं को काफी संभल कर रहना पड़ता है. खासकर भोजन को लेकर. दरअसल, इससे न सिर्फ महिलाओं के स्वास्थ्य पर असर पड़ता है, बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चों पर भी इसका असर पड़ता है. इसलिए गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पोषण पर खास ध्यान देने की जरूरत है. इस दौरान खुद और बच्चे के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पोषण को सबसे ऊपर रखने की जरूरत है.

स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतिभा सिंह कहती हैं कि गर्भावस्था में शरीर की बीमारी से लड़ने की शक्ति कम हो जाती है, इसलिये अपनी और शिशु की सेहत को बेहतर करने लिये जरूरी है कि रहन-सहन और पोषण का सबसे ज्यादा ध्यान रखा जाए. शरीर में बीमारी से लड़ने की ताकत को बढ़ाया जाए. गर्भावस्था में बीमार होने से अच्छा है शरीर की बीमारी से लड़ने की ताकत को बढ़ाया जाए. इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है.

मौसमी फल का करें सेवन: गर्भावस्था के दौरान तेल और मसालेयुक्त भोजन से परहेज करना चाहिए. इस दौरान महिलाओं में खाने का लालच बढ़ जाता है. हमेशा स्वादिष्ट भोजन करने का मन करता है. इस पर लगाम लगाने की आवश्यकता है. इस दौरान मौसमी फल का सेवन बहुत ही फायदेमंद हैं. बादाम, किशमिश, खजूर या फिर अखरोट का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है.

खुद के ऊपर तनाव को हावी नहीं होने दें: तनाव शरीर की बीमारी से लड़ने वाली ताकत को कम करता है. जो बात आपके दिमाग पर असर करती है, वह आपके शरीर पर भी असर करती है. इसलिए तनाव को अपने अंदर नहीं आने दें. हमेशा खुश रहने की कोशिश करें. जब आपको तनाव नहीं होगा तो आपके शरीर की बीमारी से लड़ने की ताकत हमेशा मजबूत बनी रहेगी.

व्यायाम और योग करें: गर्भावस्था के समय खुद को चुस्त-दुरुस्त रखना पड़ता है. इसमें व्यायाम करना बहुत ही फायदेमंद रहता है. प्रसव होने से पहले का योग न केवल गर्भवती महिलाओं को सेहतमंद रखता है, बल्कि तनाव भी कम करता है. गर्भावस्था के समय काम करते रहना भी बहुत फायदेमंद है. इस अवस्था में वजन भी नहीं बढ़ने देना चाहिए. इससे शुगर और ब्लडप्रेशर जैसी बीमारियों से बचाव होता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद है.

डॉक्टर की सलाह को मानें: गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर ने विटामिन, फोलिक एसिड, कैल्सियम और शरीर की अन्य जरूरतों को पूरा करने वाले सप्लीमेंट की सलाह देते हैं. इसे लेना न भूलें. दरअसल, इस अवस्था में महिलाएं ज्यादातर समय घर के अन्दर ही बिताती हैं. इससे शरीर को पर्याप्त धूप नहीं मिल पाती है, इसलिये इसे लेना जरूरी है. हां, डॉक्टर की सलाह के बगैर ना लें.

कोरोना से बचाव के लिए इन बातों का रखें ख्याल

1. खांसी या छींक आने के दौरान अपने मुंह को टिशू पेपर से कवर करें और उसे तुरंत किसी बंद डस्टबिन में फेंक दें.

2. अगर आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में समस्या है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें. चिकित्सक से सलाह लेते वक्त मुंह को मास्क या कपड़े से अच्छे से ढकें.

3. अगर आप कोरोना वायरस के शिकार हैं तो अपना ध्यान रखने के साथ-साथ किसी भी व्यक्ति के नजदीक न जाएं। इससे बढ़ते खतरे को रोकने में आसानी होगी.

4. अपने हाथों से आंख, मुंह या नाक को बार-बार न छूएं यदि ऐसा करते भी हैं तो साबुन या सेनिटाइजर से हाथों को अच्छी तरह साफ करें.

5. सार्वजनिक स्थलों पर भी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। राह चलते यूं ही सकड़ों पर न थूकें.