जिले के दो निजी अस्पतालों को मिली अनुमति
विभाग जांच के रेट को जल्द करेगा निर्धारित
भागलपुर, 11 अगस्त
जिले के दो निजी अस्पतालों में भी अब कोरोना की जांच होगी। स्वास्थ्य विभाग ने इसे हरी झंडी दे दी है। इससे कोरोना की जांच में और तेजी आएगी, जिससे कोरोना की चेन को तोड़ने में विभाग को मदद मिलेगी। अभी जिले में प्रतिदिन तीन हजार लोगों की जांच हो रही है। निजी अस्पतालों में भी जांच होने से इसकी संख्या में और बढ़ोतरी होगी।
सिविल सर्जन विजय कुमार सिंह ने कहा कि जिले में कोरोना की जांच में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। एक सप्ताह पहले तक एक हजार लोगों की जांच होती थी, जो अब बढ़कर तीन हजार के पार जा चुकी है। जिले के सभी 22 सरकारी अस्पतालों में अभी रोज 100 से अधिक लोगों की कोरोना जांच हो रही है। जांच के बाद आधे घंटे के पहले ही रिपोर्ट आ जा रही है। पॉजिटिव आने वाले इच्छुक मरीजों को घर में सुविधा रहने पर होम आइसोलेशन में भेजा जा रहा है। इस दौरान उन्हें एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग का किट भी मुहैया कराया जा रहा है। वहीं सामान्य मरीजों को घंटाघर स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया जा रहा है। गंभीर मरीजों को आईसीयू में या फिर मायागंज अस्पताल भेजा रहा है।
ग्लोकल और सिटी अस्पताल को मिली जांच की अनुमति: स्वास्थ्य विभाग ने जिले के ग्लोकल अस्पताल और सिटी अस्पताल को कोरोना जांच की अनुमति दी है। सिविल सर्जन ने बताया कि दोनों ही अस्पतालों को किट की व्यवस्था खुद करनी होगी तथा जांच रेट जल्द ही निर्धारित कर दिया जाएगा। इसके बाद मरीज इन दोनों अस्पतालों में जाकर अपनी जांच करा सकेंगे।
पहले एक लैब को भी मिल चुकी है अनुमति: जिले में कोरोना जांच के लिए एक निजी लैब (विम्टा लैब) को अनुमति मिल चुकी है। रेट का निर्धारण होने के बाद वहां पर जल्द ही कोरोना मरीजों की जांच शुरू हो जाएगी। इसका फायदा यह होगा कि अगर कोई निजी जांच घर में जांच कराना चाहे तो वह वहां भी जाकर जांच करा सकेगा। साथ ही सरकारी अस्पतालों में तो जांच की सुविधा पहले से ही है।
सरकारी गाइडलाइन का करना होगा पालन: निजी अस्पतालों और जांच घरों में कोरोना मरीजों के सैंपल लेने के दौरान सरकारी गाइडलाइन का पालन करना होगा। जांच कराने के लिए आने वाले लोगों और टेक्नीशियन या फिर अस्पताल के अन्य कर्मियों को दो गज की दूरी का पालन करना होगा। साथ ही सभी लोगों को मास्क और ग्लब्स भी अनिवार्य रूप से पहनना होगा। अस्पतालों व जांच घरों में साफ सफाई का भी पूरा ध्यान रखना होगा।