उच्चतम न्यायालय के आदेश की धज्जियां उड़ी, जमकर फूटे पटाखे, प्रदूषण बढ़ा

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नई दिल्ली
दिपावली के बाद दिल्ली में गुरुवार सुबह जब लोगों ने आंखें खोली तो कई इलाकों में उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत हुई। दिपावली के दिन ही कई लोग मेडिकल स्टोर से दवाईयां ले रहे थे। जिन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। दिल्ली के साउथ ब्लॉक एवं आसपास का इलाका स्मॉग की मोटी चादर से ढका था। दिवाली से पहले भले ही पटाखों को लेकर लोगों में उत्साह कम देखा गया था पर बुधवार को दिल्ली में जमकर पटाखे फोड़े गए, जिससे राजधानी की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने पटाखे फोड़ने को लेकर रात 8 से 10 बजे की समय सीमा तय की थी पर लोगों ने इस आदेश का उल्लंघन किया। कई इलाकों में शाम से ही पटाखे फोड़ने की शुरुआत हो गई, जो देर रात तक जारी रही।


गुरुवार सुबह 6 बजे कुल एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) PM 2.5 805 रेकॉर्ड किया गया। दिल्ली के कई इलाकों में तो AQI  900 के ऊपर पहुंच गया। आनंद विहार में लेवल 999, अमेरिकी दूतावास चाणक्यपुरी के आसपास 459 और मेजर ध्यान चंद नैशनल स्टेडियम के आसपास 999 पहुंच गया, जो हवा की गुणवत्ता की ‘खतरनाक’ श्रेणी में आता है।

गौरतलब है कि छोटी दिवाली में ज्यादातर इलाकों में पटाखे नहीं चले लेकिन दिपावली के दिन शुरु में लोगों ने संयम दिखाया लेकिन जैसे जैसे पर्व का परवान चढ़ता गया पटाखे चलने शुरु हो गई जो देर तक चले। जिससे प्रदूषण स्तर बढ़ गया। उच्चतम न्यायालय ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए आदेश जारी किए थे लेकिन नियम की धज्जियां उड़ती रही।