आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों की आरती उतारकर किया गया स्वागत

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-डेढ़ साल से अधिक समय के बाद सोमवार को खुले जिले के आंगनबाड़ी केंद्र
-50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ कोरोना की गाइडलाइन का कराया गया पालन
भागलपुर-

कोरोना की वजह से डेढ़ साल से अधिक समय के बाद सोमवार को जिले के लगभग तीन हजार आंगनबाड़ी केंद्र खुल गए। पहले दिन बच्चों की आरती उतारकर स्वागत किया गया। सभी बच्चे मास्क लगाकर आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचे थे। जैसे ही बच्चे केंद्र पर पहुंचे, सभी को 20 सेकेंड तक हाथ की धुलाई साबुन से कराई गई। इसके बाद उन्हें पढ़ाई और पोषण से संबंधित जानकारी दी गई।
आईसीडीएस के जिला समन्वयक अरविंद पांडेय ने बताया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्र सोमवार को खुल गए। सभी केंद्रों पर कोरोना की गाइडलाइन का पालन कराया गया। केंद्रों पर सरकार के निर्देश का सख्ती से पालन करवाया गया। साथ ही सभी बच्चों को केंद्र आने से पहले जरूरी तौर पर मास्क लगाने के लिए कहा गया। सेविका और सहायिका को भी सामाजिक दूरी का पालन करते हुए बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र में रखने के लिए कहा गया है। कोरोना गाइडलाइन के नियमों का हर हाल में पालन करवाने के लिए कहा गया है। सभी केंद्रों पर इसका पालन किया गया और आगे भी इस पर अमल किया जाएगा।
रंगोली बनाकर पोषण की दी गई जानकारीः नाथनगर प्रखंड की कजरैली पंचायत के तेतरहाट स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 80 की सेविका रंजना कुमारी ने बताया कि हमारे यहां कुल 38 बच्चे रजिस्टर्ड हैं। सोमवार को 16 बच्चे आए थे। एक दिन में 50 प्रतिशत ही बच्चों की उपस्थिति रहेगी, इसलिए 19-19 बच्चों का समूह बनाया गया है। किस बच्चे को किस दिन आंगनबाड़ी केंद्र आना है, इसकी जानकारी उनके परिजनों को दे दी गई है। सोमवार को हमलोगों ने बच्चे की सबसे पहले आरती उतारी। इसके बाद रंगोली बनाकर उन्हें सही पोषण की जानकारी दी गई। मेरे केंद्र पर आने वाले सभी बच्चों ने मास्क लगाए थे। केंद्र पर सामाजिक दूरी का पालन करवाया गया। बच्चे जैसे ही केंद्र पर पहुंचे, सभी की हाथ की धुलाई करवाई गई। इसके बाद पढ़ाई और पोषण पर बात हुई।
आज से शुरू हो जाएगा रूटीन कार्यः सोमवार को पहला दिन था, इसलिए सभी बच्चों को कैसे आंगनबाड़ी केंद्रों पर रहना है और किन नियमों का पालन करना है, इस पर ध्यान दिया गया। मंगलवार से सभी जगहों पर 50 प्रतिशत उपस्थिति रहेगी। इस दौरान बच्चों को पढ़ाई और पोषण से संबंधित जानकारी दी जाएगी। पहले दिन उपस्थित 50 प्रतिशत बच्चों को जो जानकारी दी जाएगी, वही जानकारी अगले दिन आने वाले बच्चों को दी जाएगी। इसके बाद फिर आगे का काम होगा। साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र पर आने वाले बच्चों को अगले किस दिन आना है और उन्हें उस दिन क्या क्या कार्यक्रम होगा, इसकी भी जानकारी दी गई।