बीमार होने के डर से कोरोना का टीका लेने में नहीं करें संकोच
जिले में कोरोना के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग का अभियान जारी
भागलपुर, 17 नवंबर
स्वस्थ आदमी के मुकाबले बीमार आदमी को कोरोना होने पर ज्यादा खतरा रहता है। अगर किसी को हार्ट की समस्या है या फिर हाइपरटेंशन है तो उनकी कोरोना के बाद स्थिति अधिक गंभीर हो सकती है. इसलिए कोरोना का टीका लेने से संकोच नहीं करें। अगर कोरोना का टीका लिए रहेंगे तो गंभीर बीमारी से परेशान व्यक्तियों को भी राहत मिलेगी। शाहकुंड प्रखंड के दौना और सजौर में जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों को यह बात समझाई तो लोग कोरोना का टीका लेने के लिए तैयार हो गए।
जागरूकता से आया बदलाव:
दौना गांव के मो. तस्दीक कहते हैं कि पहले उनलोगों के मन में कोरोना टीका के प्रति संकोच जरूर था, लेकिन जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने समझाया तो अब बात समझ में आ गई। लोगों के फायदे के लिए ही स्वास्थ्य विभाग इतनी मशक्कत कर रहा है। ‘मैंने कोरोना का पहला टीका ले लिया है, अब समय पर ही दूसरी डोज भी ले लुंगा।
इसी तरह दौना की ही बीबी चांदनी बेगम कहती हैं कि गांव-समाज में टीका के प्रति तरह-तरह की बातें होती हैं। गांव में रहते हुए उसे नजरअंदाज करना थोड़ा कठिन हो जाता है, लेकिन जब डॉक्टर साहब कहते हैं तो उनकी बात माननी पड़ती है। इसलिए मैंने कोरोना का टीका ले लिया। आखिर वह हमारे स्वास्थ्य को लेकर ही तो कह रहे हैं।
आशंकाओं को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने किया दूरः दौना गांव की ही रहने वाली खातून कहती हैं कि टीका लेने में कोई समस्या नहीं थी। बस पहले लेने से बच रही थी। अब काफी लोगों ने कोरोना का टीका ले लिया है। इसलिए मैंने भी ले लिया। गांव-समाज में तो तरह-तरह की बातें होती ही हैं, लेकिन एक जागरूक इंसान को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। कोरोना का टीका लेने के लिए सभी लोगों को सामने आना चाहिए। कोरोना टीका की पहली डोज लेने वाले सजौर के अमित चौधरी कहते हैं कि अब सभी तरह के भ्रम दूर हो गए हैं। मन में जिस भी तरह की आशंकाएं थीं, उसे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दूर कर दिया है। अब तो समय पर दूसरी डोज लुंगा ही, साथ ही सतर्कता का भी पालन करूंगा। घर से बाहर जाते वक्त मास्क लगाउंगा और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए एक-दूसरे के बीच दो गज की दूरी का पालन करूंगा।
समझाने पर टीका लेने के लिए तैयार हो जाते हैं ग्रामीणः दौना और सजौर गांव का दौरा करने वाली स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ गए केयर इंडिया के डीटीओ आउटरीच डॉ. असद जावेद कहते हैं कि जागरूकता की कमी के साथ-साथ लोगों में निश्चिंतता का भाव था। उन्हें लग रहा था कि कोरोना कुछ दिनों में अपने आप चला जाएगा। इसके बाद फिर से सभी कुछ पहले जैसा हो जाएगा, लेकिन जब हमलोगों ने ग्रामीणों को समझाया कि सभी कुछ पहले जैसा होने के लिए टीका लेना बहुत जरूरी है। अगर सभी लोग कोरोना टीका की दोनों डोज ले लेंगे तो कोरोना भी जल्द ही खत्म हो जाएगा। इसके बाद सभी लोग मान गए और टीका लेने के लिए तैयार हो गए।