– आईसीडीएस डीपीओ के निर्देश पर सामाजिक अंकेक्षण का आयोजन
– आंगनबाड़ी स्तर पर सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की दी गई जानकारी
खगड़िया-
बुधवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर सामाजिक अंकेक्षण (सोशल ऑडिटिंग) का आयोजन हुआ। पोषक क्षेत्र के लोगों को सरकार द्वारा आंगनबाड़ी से संबंधित चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने एवं केंद्र का संचालन सुदृढ़ बनाने को लेकर सामाजिक अंकेक्षण का आयोजन किया गया है । जिसमें सभी केंद्रों पर पोषक क्षेत्र की बड़ी संख्या में लाभार्थी शामिल हुए। जिसे आंगनबाड़ी सेविका एवं आईसीडीएस के अफसरों द्वारा आंगनबाड़ी स्तर पर चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं एवं बच्चों के लिए केंद्र पर उपलब्ध सुविधा की विस्तृत जानकारी दी गई। वहीं, इसके अलावा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के मुख्य द्वार पर निदेशालय द्वारा दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित विज्ञापन की प्रति भी लगायी गयी । ताकि सामुदायिक स्तर पर लोगों को पारदर्शिता के साथ सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिल सके और सामाजिक अंकेक्षण का उद्देश्य सफल हो सके।
– सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ सामाजिक अंकेक्षण :
आईसीडीएस के जिला समन्वयक (डीसी) अंबुज कुमार ने बताया, सामाजिक अंकेक्षण का सफलतापूर्वक समापन हुआ।सभी केंद्रों पर लोगों की अच्छी उपस्थिति देखी गई एवं लोगों आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने वाले बच्चों को मिलने वाले लाभ समेत सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही योजना का लाभ लेने के लिए भी लोगों को जागरूक किया गया एवं अन्य आवश्यक जानकारी दी गई।
– वार्ड सदस्य की अध्यक्षता में आयोजित हुआ सामाजिक अंकेक्षण, दी गई योजनाओं की जानकारी :
बुधवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र के वार्ड सदस्य की अध्यक्षता में सामाजिक अंकेक्षण हुआ । जबकि, पंचायत के विकास मित्र, पंचायत सचिव एवं संबंधित केंद्र के दो चयनित लाभार्थी सदस्य के रूप में शामिल हुए। इसके अलावा पोषक क्षेत्र के सभी लाभार्थी भी शामिल हुए। जिसके बाद मौजूद सभी लोगों को संबंधित पदाधिकारियों द्वारा आंगनबाड़ी स्तर पर चल रही सरकारी योजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी जाएगी। वहीं, संबंधित क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिका केंद्रों का भ्रमण कर माँनिटरिंग करती दिखी ।
– इन बिंदुओं पर हुई चर्चा :
सामाजिक अंकेक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केंद्रों के सफल क्रियान्वयन की मौजूद लोगों को विस्तार से जानकारी दी गई। जिसमें आंगन बाड़ी केंद्रों के संचालन की नियमितता, बच्चों की उपस्थिति, एक माह में कम से कम 25 दिनों तक सभी लाभार्थियों को पूरक आहार एवं आवश्यक दवाइयों की आपूर्ति की समीक्षा, बच्चों के टीकाकरण, पोषण की स्थिति, वजन, ग्रोथ चार्ट की उपलब्धता, कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों की संख्या व उनके पोषण स्तर में सुधार के लिए उठाये गये कदम आदि पर चर्चा की गई। इसके अलावा केंद्र संचालन से संबंधित सभी कार्यों पर विस्तार से चर्चा की जाती है।