– चौथम पीएचसी के नीरपुर गाँव मे स्थानीय सेविका व आशा के साथ किया गृह भ्रमण
– नवजात शिशु के सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास के लिए दी गयी आवश्यक जानकारी
खगड़िया-
सरकार द्वारा संचालित स्वास्थ्य सेवाओं का लोगों को बेहतर लाभ मिल सके, इसको लेकर केयर इंडिया टीम अग्रसर है। इसी कड़ी में गुरुवार को केयर इंडिया की टीम एएनएम के साथ चौथम पीएचसी के नीरपुर गाँव पहुँची। जहाँ स्थानीय सेविका व आशा कार्यकर्ता के सहयोग से गृह भ्रमण कर नवजात शिशु का अवलोकन करते हुए जच्चा-बच्चा का स्वास्थ्य का हाल जाना। इस दौरान शिशु के माता-पिता से शिशु के स्वास्थ्य संबंधित विस्तृत जानकारी ली और उसके सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास के साथ स्वस्थ शरीर निर्माण को लेकर आवश्यक जानकारी दी और किसी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सकों से जाँच कराने को कहा। ताकि शिशु का आवश्यकतानुसार समय पर उचित इलाज हो सके और किसी प्रकार की बड़ी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा शिशु की माँ से भी उनके स्वास्थ्य संबंधित जानकारी ली। इस दौरान खासकर शारीरिक रूप से कमजोर जन्म लेने वाले नवजात के स्वास्थ्य से संबंधित विशेष जानकारी ली गई। इस टीम में चौथम पीएचसी में तैनात केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक करण कुमार, एएनएम लवली कुमारी, सेविका शांति कुमारी, आशा अंजनी कुमारी शामिल थी।
– कमजोर जन्म लेने वाले शिशु के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए गृह भ्रमण कर जाना जाता है स्वास्थ्य हाल :-
गृह भ्रमण का नेतृत्व कर रहे केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक करण कुमार ने बताया, शारीरिक रूप से कमजोर जन्म लेने वाले नवजात शिशु के स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए गृह भ्रमण कर जन्म बाद पहला और दूसरा दिन लगातार उनका हाल जाना जाता है। इस दौरान यह देखा जाता है, शिशु में जन्म के बाद से कितना शारीरिक विकास हुआ, उसके वजन में कितनी वृद्धि हुई समेत अन्य स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी ली जाती है। जिसके बाद आवश्यकतानुसार आवश्यक सलाह दी जाती है। वहीं, बताया, इसके बाद भी लगातार ऐसे शिशु का ध्यान रखा जाता है।
– स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए किया गया प्रेरित :-
वहीं, एएनएम लवली कुमारी ने बताया, इस दौरान शिशु की माँ को शिशु के बेहतर और मजबूत तथा स्वस्थ शरीर निर्माण को लेकर स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया। जिसमें बताया गया, रात में कम से कम शिशु को तीन से चार बार और दिन में 10 से 12 बार स्तनपान कराएं और इस सिलसिले को बच्चे के जन्म के बाद छः माह तक जारी रखें। इसके बाद ही ऊपरी आहार दें। तभी शिशु का सर्वांगीण शारीरिक व मानसिक विकास होगा और वह आगे भी ना सिर्फ शारीरिक रूप से मजबूत रहेगा। बल्कि, शिशु की रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित होगी।
– साफ-सफाई की भी दी गई जानकारी :-
वहीं, सेविका शांति कुमार ने बताया, इस दौरान शिशु की माँ समेत अन्य परिवार वालों को साफ-सफाई का भी विशेष ख्याल रखने की जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया, खासकर बीमार लोग शिशु को छूने के पूर्व निश्चित रूप से अपने हाथों की सफाई अच्छी तरीके से कर लें, शिशु को गीला कपड़ा पर नहीं सुलाएं और ना ही पहनाएं, आवश्यकतानुसार शिशु का कपड़ा बदलते रहें, व्यक्तिगत साफ-सफाई का भी ख्याल रखें, घर समेत अन्य आसपास परिसर को भी साफ रखें। इससे ना सिर्फ शिशु सुरक्षित रहेंगे बल्कि, अन्य लोग भी सुरक्षित रहेंगे। साफ-सफाई हर किसी के लिए जरूरी है और इससे लोग कई प्रकार की बीमारियों से भी दूर रहते हैं।
– किसी प्रकार की शारीरिक पीड़ा होने पर तुरंत चिकित्सकों से जाँच कराएं :-
वहीं, आशा अंजनी कुमारी ने बताया, इसके बावजूद जच्चा-बच्चा किसी को भी किसी प्रकार की परेशानी हो तो तुरंत मुझे जानकारी दें। जिसके बाद मैं अपने स्तर से स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र को सूचना दूँगी। फिर आपको आवश्यक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा इस दौरान कोविड-19 से बचाव को लेकर भी जागरूक किया गया और बचाव से संबंधित आवश्यक जानकारी दी गई।
– इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :-
– मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
– साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
– बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।
– अफवाहों से दूर रहें और एहतियात जारी रखें।
– लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं।
– अनावश्यक यात्रा से परहेज करें।
– भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
– बासी और बाहरी खाना खाने से परहेज करें और गर्म व ताजा खाना का सेवन करें।