– जिले के सभी पीएचसी औऱ आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस पर ई. रिक्शा से माइकिंग कर रही है केयर इंडिया की टीम
– परिवार नियोजन को लेकर लोगों को जागरूक करने को 31 मॉर्च तक जिले में चलेगा मिशन परिवार विकास एवं संचार अभियान
– केयर इंडिया अभियान के दूसरे चरण में शुरू कर रही है आईईसी और आशा टेक अवे कार्यक्रम
मुंगेर, 25 फरवरी-
राज्य के सभी जिलों में राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार जनवरी से 31 मार्च के बीच मिशन परिवार विकास एवं संचार अभियान जोर-शोर से चल रहा है। इसी अभियान के साथ लोगों को परिवार नियोजन के महत्व, जरूरत और साधनों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से केयर इंडिया की टीम विभिन्न जिलों में ई. रिक्शा के माध्यम से आरोग्य दिवस पर सभी पीएचसी और आगनबाड़ी केंद्रों पर माइकिंग कर लोगों को जागरूक कर रही है।
नव दम्पतियों को परिवार नियोजन के महत्व और जरूरत दोनों के प्रति जागरूक किया जा रहा –
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कम्युनिटी मोबेलाइज़र ( डीसीएम) निखिल राज ने बताया कि जिले में टोटल फर्टिलिटी रेट (टीएफआर) को 2.0 लाने के लिए आवश्यक है कि नव दम्पतियों को परिवार नियोजन के महत्व और जरूरत दोनों के प्रति जागरूक किया जाय। इसके तहत नवदम्पतियों सहित सभी दम्पतियों को सही समय पर बच्चा पैदा करने और दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन के अस्थाई साधन अपनाने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है| ताकि बच्चों को सही पोषण, स्वास्थ्य , शिक्षा और जीवन स्तर मिल सके।
केयर इंडिया की फैमिली प्लानिंग कोर्डिनेटर ( एफपीसी) तस्नीम रज़ी ने बताया कि केयर इंडिया की टीम पूरे जिले में ‘परिवार नियोजन सुरक्षित है’ अभियान के तहत जागरुकता अभियान चला रही है। इसके तहत प्रत्येक आरोग्य दिवस पर जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर ई. रिक्शा के माध्यम से परिवार नियोजन के महत्व और आवश्यकता के बारे में माइकिंग कर जागरूक किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि इसी अभियान के दूसरे चरण में अब आईईसी (इनफार्मेशन, एजुकेशन एंड कम्युनिकेशन) के तहत जिला एवं प्रखंड स्तर पर उपयोग में लाई जाने वाली सभी सरकारी गाड़ियों, एम्बुलेंस एवं केयर इंडिया की गाड़ियों पर परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने वाले स्लोगन और लोगो छपा स्टिकर लगाना आवश्यक कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि स्टिकर पर ‘ सही समय पर सही फैसला, परिवार नियोजन से बढ़ेगा हौसला’ स्लोगन लिखा हुआ है।
बताया कि अभियान के दूसरे चरण में ही ‘आशा टेक अवे’ के नाम से एक कार्यक्रम चलाया जा रहा है । इसके तहत घर- घर जाकर आशा कार्यकर्ता, एएनएम और सेविका केयर इंडिया की टीम के साथ नवदम्पतियों सहित अन्य दम्पत्तियों से मिलकर दो बच्चों में अंतर रखने के लिए परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए जागरूक कर रही हैं । इसके साथ ही इनलोगों के द्वारा परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जागरुकता रैली भी निकाली जाती है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही सभी आरोग्य दिवस पर सभी पीएचसी और आंगनबाड़ी केंद्रों पर आशा कार्यकर्ता सामूहिक रूप से महिलाओं को परिवार नियोजन के महत्व और जरूरत के साथ ही इसके लिए अस्थाई साधनों के इस्तेमाल के प्रति भी जागरूक कर रही हैं ।