– राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने जारी की एडवाइजरी
मुंगेर, 27 अप्रैल। इन दिनों बढ़ती गर्मी के साथ गर्म हवाओं का चलना काफी कष्टकारक होने के साथ ही नुकसानदेह भी है। इस स्थिति में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा एवं प्रबंधन विभाग, बिहार सरकार के द्वारा राज्य के गर्मी प्रभावित इलाकों में लू व गर्म हवाओं से बचने के लिए आवश्यक एडवाइजरी जारी की गई है। विभाग के द्वारा जिलों से प्रत्येक दिन लू व गर्म हवाओं से प्रभावित मरीजों के आंकड़ों की मांग भी की गई है। सामान्यतः गर्मी के दिनों में तेज धूप और लू के थपेड़ों से लोग परेशान होते हैं। इसका प्रतिकूल प्रभाव मानव शरीर पर भी पड़ता जो कभी- कभी जानलेवा भी साबित हो सकता है। इस संबंध में सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी में बताए गए विभिन्न उपायों का पालन कर गर्म हवाओं व लू के प्रतिकूल प्रभावों से काफी हद तक बचा जा सकता है।
गर्म हवाएं/लू से बचने के लिए क्या करें-
प्रभारी सिविल र्सजन डा. आनंद शंकर शरण सिंह ने बताया कि मुंगेर में लू व गर्म हवाओं का चलना जारी है। ऐसे में गर्म हवाओं व लू से बचने के लिए सभी लोगों के द्वारा निम्न उपायों का किया जाना आवश्यक है :
– जहां तक संभव हो कड़ी घूप में बाहर न निकलें ।
– जितनी बार हो सके पानी पीयें, बार-बार पानी पीयें।
– सफर कर रहे हों तो अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
– घरों से बाहर खाली पेट न निकलें।
– ढीले-ढाले व सूती कपड़ों का उपयोग करें।
– सिर ढकने के लिए गीले गमछे का प्रयोग करें।
– अधिक तापमान में परिश्रमी कामों से बचें।
– आसानी से पचने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
– मौसमी फलों यथा- तरबूज, खीरा, ककड़ी, खरबूजा, संतरा आदि के सेवन को प्राथमिकता दें।
– शरीर में तरल की मात्रा बनाये रखने के लिए घर में बने पेय पदार्थों जैसे- लस्सी, छाछ, नमक-चीनी का घोल, नींबू-पानी, आम का पन्ना, शर्बत आदि का उपयोग करें।
– गर्म पेय पदार्थों एवं प्रोटीनयुक्त भोजनों के सेवन से बचें।
– विश्वसीनय सूत्रों से मौसम पूर्वानुमान एवं तापमान परिवर्त्तन संबंधी अद्यतन जानकारियों से अवगत होते रहें।
– रात्रि विश्राम के लिए हवादार कमरों का उपयोग करें।
– तबीयत ठीक न लगे या चक्कर आये तो नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों पर जाकर या निकटम उपलब्ध चिकित्सकों से सम्पर्क करें।
लू लगने पर क्या करें-
उन्होंने बताया कि लू से प्रभावित व्यक्ति के प्राथमिक तौर पर बचाव के निम्न उपाय करें-
– लू से प्रभावित व्यक्ति को छांव में लिटायें, हो सके तो शरीर पर तंग कपड़ों को ढीला करें या हटा दें।
– ठंडे गीले कपड़ों से शरीर को पोछें या ठंडे पानी से नहलायें।
– शरीर का तापमान कम करने के लिए कूलर, पंखे आदि का प्रयोग करें।
– गर्दन, पेट एवं सिर पर बार-बार गीला तथा ठंडा कपड़ा रखें।
– प्रभावित व्यक्ति को ओ.आर.एस./नींबू-पानी नमक चीन का घोल, छाछ या शर्बत पीने को दें, जिससे शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सकें।
– प्रभावित व्यक्ति यदि पानी की उल्टियां करें या बेहोश हो तो उसे कुछ भी खाने-पीने को न दें।
– हालात में आवश्यक सुधार न आये तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों पर ले जायें।
उन्होंने बताया कि गर्म हवायें व लू न केवल आदमियों के लिए बल्कि जानवरों पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में अपने पालतू जानवरों का भी ख्याल रखें। उन्हें छायेदार स्थानों पर रखें, समय-समय पर पानी पिलाते रहें।