सस्ती कीमत में सूती कपड़े का डबल लेयर मास्क उपलब्ध करा रही जीविका दीदी

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खरीक प्रखंड में आस्था जीविका महिला संकुल संघ कर रहा काम
क्षेत्र के हर परिवार को छह-छह मास्क कराया जाएगा उपलब्ध

भागलपुर, 7 मई

कोरोना काल में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ हर वर्ग और समूह के लोग अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं. सेविका, सहायिका या फिर जीविका दीदी, हर कोई अपने स्तर से इस महामारी पर नियंत्रण करने में योगदान दे रहा है. जीविका दीदी कोरोना से लड़ने के लिए लोगों को सूती कपड़े का बना डबल लेयर मास्क उपलब्ध करा रही हैं.खरीक प्रखंड में आस्था जीविका महिला संकुल संघ इस दिशा में बढ़-चढ़कर अपनी भूमिका निभा रहा है. इस संघ में 102 जीविका दीदी काम कर रही हैं. कोरोना से बचने के लिए क्षेत्र के हर परिवार को छह-छह मास्क उपलब्ध कराया जाएगा. इसलिए ये लोग दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. जल्द से जल्द लोगों को मास्क मिल जाए, इस बात को ध्यान में रखते हुए ये लोग अपना काम कर रही हैं.

पंचायत प्रतिनिधि करेंगे बटवाने का काम:
खरीक प्रखंड में जीविका के ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर बालदेव प्रसाद कहते हैं जब से कोरोना काल शुरू हुआ है, हमलोग उसमें अपनी भूमिका निभा रहे हैं. पहली लहर के दौरान भी जीविका दीदी ने मास्क बनाकर लोगों को उपलब्ध करवाया था. दूसरी लहर में चुनौती बड़ी है, इसलिए हमलोगों ने बड़ा काम लिया है. इस बार सूती कपड़े का डबल लेयर मास्क बनाया जा रहा है. इस मास्क को हमलोग प्रखंड विकास पदाधिकारी को देते हैं. वह फिर पंचायत स्तर के प्रतिनिधि को देते हैं जो इसे बंटवाने का काम करते हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि सूती कपड़े का बना हुआ डबल लेयर एक मास्क की कीमत सिर्फ ₹15 पड़ता है.

रोजगार का भी हो रहा सृजन:
बालदेव प्रसाद कहते हैं इसमें एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि कोरोना काल में लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. अभी के इस माहौल में रोजगार मिलना आसान बात नहीं है लेकिन हमारे संघ में 102 महिलाएं काम करती हैं. जिनमें छह प्रवासी हैं. बाहर से आने के बाद इनलोगों को कामकाज की दिक्कत हो गई थी, लेकिन उन्हें मास्क बनाने का काम उपलब्ध कराया गया.
इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर रहें :-
– मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
– लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं।
– जरूरी नहीं हर सर्दी-खांसी कोरोना ही है, इसलिए, निर्भीक होकर सकारात्मक सोच के साथ कराएं जाँच।
– अधिक जरूरी पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें ।
– घर में सकारात्मक माहौल बनाएं और रचनात्मकता कार्य करें।
– साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और लगातार साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से हाथ धोएं।