– सदर अस्पताल में चार दिवसीय अमानत प्रशिक्षण का आगाज
-प्रशिक्षण लेने वाली एएनएम अपने- अपने क्षेत्र में इस पर करेंगी अमल
भागलपुर-
चार दिवसीय अमानत प्रशिक्षण का सोमवार को सदर अस्पताल में आगाज हुआ| इस दौरान एएनएम को केयर इंडिया के मेंटर ने सुरक्षित प्रसव के तरीके बताए.| एएनएम को बताया गया कि सामान्य प्रसव से स्वस्थ बच्चे का कैसे जन्म होता है| और साथ हीं बताया गया कि प्रसव के बाद चिंतित मां की सम्मानपूर्वक तरीके से देखभाल कैसे की जाती है.|
प्रशिक्षण के पहले दिन सोमवार को एएनएम को यह बताया गया कि नवजात शिशु के की पुनर्जीवन की प्रक्रिया जन्म के 15 मिनट बाद कैसे की जाती है, इसे भी बताया गया.| मंगलवार को प्रशिक्षण के दूसरे दिन इसे करके दिखाया जाएगा, ताकि प्रशिक्षण लेने वाली एएनएम अपने-अपने क्षेत्र में इस पर ठीक तरीके से अमल कर सकें.|
आज प्रायोगिक तौर पर होगा प्रशिक्षण:
एएनएम को प्रशिक्षण दे रही केयर इंडिया की मेंटर वीणा मलिक, जैनब कमाल और पूनम कुमारी ने बताया कि मातृत्व और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य अमानत प्रशिक्षण का आयोजन किया जाता है.| आज हम लोगों ने एएनएम को सुरक्षित प्रसव को लेकर सैद्धांतिक बात बताई.| कल मंगलवार को इन लोगों को प्रायोगिक तौर पर करके दिखाएंगे.| साथ ही प्रशिक्षण के दौरान नवजात शिशु को के पुनर्जीवन प्रक्रिया जन्म के 15 मिनट बाद कैसे की जाती है इसकी भी जानकारी दी.| इन सब बातों को मंगलवार को करके दिखाएंगे.| जिसे स पर ये लोग अपने क्षेत्र में जाकर अमल करेंगे|.
प्रशिक्षण में कई नई बातों की जानकारी मिली:
वहीं ट्रेनिंग ले रही एएनएम पिंकी कुमारी और अंजनी कुमारी ने बताया कि प्रशिक्षण का पहला दिन हमलोगों के लिए काफी फायदेमंद रहा.| प्रशिक्षण के दौरान हमलोगों को बहुत सारी नई बातें बात सीखने को मिली.| जिसे हमलोग क्षेत्र में प्रसव कराने के दौरान अपनाएंगे.| इससे ना सिर्फ सुरक्षित तरीके से प्रसव हो सकेगा, बल्कि जच्चा और बच्चा भी स्वस्थ रहेगा.|
मातृत्व और शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है मकसद: मातृत्व और शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से अमानत प्रशिक्षण की शुरुआत की गई थी.| अब इसका असर जिले में दिख रहा है|. प्रशिक्षण जब से शुरू हुआ है तब से लेकर अब तक मातृत्व और शिशु मृत्यु दर में काफी कमी देखने में आ रही आई है.| अमानत प्रशिक्षण के जरिए केयर इंडिया के मेंटर हर महीने एएनएम और जीएनएम को किसी एक चीज की जानकारी देती हैं जिसे वह अपने क्षेत्र में जाकर बाकी एएनएम और जीएनएम को बताती हैं.| इसे एक महीने तक फॉलो किया जाता है.| फिर दूसरे महीने किसी दूसरी चीज की जानकारी प्रशिक्षण के दौरान एक सप्ताह तक दी जाती है.|
कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढकें ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें