ऑक्सिजन के नाम परखेली जा रही घटिया राजनीति ने मरीजों के परिजनों के उड़ाए नींद, चैन;- अलका लांबा

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नई दिल्ली –

 

 

दिल्ली प्रदेश काँग्रेस कमिटी द्वारा आयोजित वर्चुअल प्रेसवार्ता के जरिये पूर्व विधायक श्रीमती अलका लांबा ने पत्रकारों को संबोधित किया। दिल्ली में ऑक्सिजन की कमी से मचे हाहाकार व कोरोना संक्रमण को रोकने में पूरी तरीके से फैल हो चुकी दिल्ली सरकार को नाकाम बता सवाल उठाया।

पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि कल शाम उपमुख्यमंत्री मनीष सीसोदिया ने ट्वीट के जरिये दिल्ली के कई प्रमुख निजी व सरकारी अस्पतालों में शाम 6 बजे के सूचना अनुसार 4 घंटे से 2 दिनों तक का ऑक्सिजन सप्लाइ होने की सूचना साझा किया, इनमें से अधिकांश में मात्र कुछ घंटों का ही सप्लाइ होने की बात सामने आई, उनके इस ट्वीट से हाहाकार मच गया; मरीजों  के परिजन पूरी रात चैन से सो नहीं सके; दिल्ली कॉंग्रेस लागतार हालात पर नज़र बनाई हुई थी।

श्रीमति अलका लांबा ने कहा कि दिल्ली सरकार ने पत्रकार वार्ता के समय तक यह स्पष्ट नहीं किया कि उन अस्पतालों में ऑक्सिजन पहुँची है  या नहीं; जबकि एक दिन पूर्व ख़ुद मुख्यमंत्री समेत तमाम आम आदमी पार्टी से जुड़े लोगों ने दिल्ली में स्वास्थ्य आपातकाल जैसी हालात पैदा कर दिए थे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए उन्होने कहा कि ट्वीट-ट्वीट खेलकर सोयी हुई सरकारों  ने दिल्ली की आम जनता व मरीजों को सदमे में डालने का काम किया।

 

श्रीमति अलका लांबा ने कहा कि 20 april की मध्यरात्री लगभग डेढ़ बजे मीडिया के माध्यम से यह खबर पहुँचाई  गयी कि जीटीबी अस्पताल में 10 मेट्रिक टन ऑक्सिजन की सप्लाइ पहुँच चुकी है, लेकिन हैरतंअंगेज करने वाली बात है कि जब जीटीबी अस्पताल में शाम छः बजे तक उपमुख्यमंत्री के द्वारा जारी लिस्ट मुताबिक कोई कमी नहीं थी तो फिर बाद में ऐसा क्या हुआ की इस 500 मरीज भर्ती हुए इस अस्पताल में मध्यरात्री को ऑक्सिजन पहुंचाया गया? इससे साफ तय है कि ऑक्सिजन के नाम पर औछी राजनीति खेली जा रही, इस राजनीति का दिल्ली के आम जनमानस डरे व सहमे हुए है।

 

श्रीमति अलका लांबा ने कहा कि केजरीवाल दिल्ली में अब से पहले भी तीन लहर आने के बाबजूद सोये रहे, कोई तैयारी नहीं की। उन्होने दिल्ली प्रदेश कॉंग्रेस अध्यक्ष द्वारा लागातार सर्वदलीय मीटिंग बुला व दिल्ली की वास्तविक हालात से विपक्षी पार्टियों को अवगत नहीं कराने पर भी केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल अहंकारी है, दिल्ली उनसे संभल नहीं रही , दूसरी तरफ कॉंग्रेस जो जनहित में समय पूर्व तैयारी से जुड़ी राय देना चाहती है उसे भी लेने से मना कर रहे; हालाँकि उनमें से अधिकांश राय को विलंब से लागू भी करते है, उन्होने उदाहरण के लिए कॉमनवैल्थ गाँव व सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर में विलंब से शुरू किए गयी सुविधा का जिक्र किया।

 

 

*श्रीमति अलका लांबा ने कहा कि केजरीवाल बेड बढ़ाने की घोषणा करते है लेकिन उसके अनुपात से आईसीयू, वेंटिलेटर पर चुप रहते है। दिल्ली सरकार द्वारा जारी कोरोना एप्प के हवाले से कहा कि इस एप्प पर पिछले कुछ दिनों से दिल्ली सरकार के अस्पतालों में एक भी आईसीयू, वेंटीलेटर खाली नहीं है, इसको लेकर क्यूँ दिल्ली सरकार चुपचाप तमाशा देख रही; जबकि गंभीर मरीज हस्पतालों के चक्कर काट रहे।

 

श्रीमति अलका लांबा ने केंद्र सरकार द्वारा पिछले एक साल के दौरान 9294 मेट्रिक टन निर्यात करने व 50,000 मेट्रिक टन आयात करने को लेकर एचएलएल के द्वारा जारी टेंडर पर श्रीमति प्रियंका गाँधी के ट्वीट के हवाले से मोदी सरकार की नीति पर भी सवाल उठाया उन्होने कहा कि कोरोना की लहर से पूर्व व बाद के एक साल में भारत सरकार ने ऑक्सिजन की निर्यात दोगुनी कर दिया। आज ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों का जिम्मेदार कौन है?