– मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना-2 के तहत शामिल किया गया है बाल ह्रदय योजना
– योजना के तहत ह्रदय में छेद वाले छोटे बच्चों का राज्य के बाहर निःशुल्क कराया जाता है ऑपरेशन
बेगूसराय-
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना-2 में बच्चों में जन्मजात ह्रदय में छेद होने पर बच्चे के निः शुल्क ईलाज के लिए बाल ह्रदय योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत ही बेगूसराय सदर प्रखण्ड क्षेत्र के राजापुर डुमरी गांव के रहने वाले मो. फारुख और सहना खातून की 23 महीने की बच्ची रोजी खातून का राज्य सरकार की मदद से अहमदाबाद के सत्य साईं ह्रदय रोग अस्पताल में ह्रदय में छेद का निः शुल्क ऑपरेशन किया गया। ह्रदय का सफल होने के बाद बच्ची अपने अभिभावक के साथ 17 अप्रैल को अपने घर सदर प्रखंड के राजपुर डुमरी गांव लौट आई है।
सदर अस्पताल बेगूसराय में आरबीएसके के समन्वयक और बेगूसराय शहरी टीकाकरण के नोडल अधिकारी डॉ. रतीफ़ रमण ने बताया, सदर प्रखण्ड के राजपुर डुमरी गांव निवासी मो. फारूक और उनकी पत्नी सहना खातून की अपनी 23 महीने की बच्ची रोजी खातून की पहचान सदर प्रखंड क्षेत्र में काम करने वाली आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से हुई। उन्होंने बताया उन्होंने जिले की सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं को यह बता दिया है कि इस तरह का कोई भी बच्चा यदि उनकी सम्पर्क में आता है तो वह तत्काल इसकी जानकारी उन्हें दें।
उन्होंने बताया बच्ची को सर्दी- खांसी, बुखार, भूख नहीं लगना सहित लक्षण थे। उन्होंने इसे गम्भीरता से लेते हुए बेगूसराय सदर प्राथमिक स्वाथ्यय केंद्र पर कार्ररत आरबीएसके की टीम को दिख रहे लक्षण के आधार पर बच्ची का स्क्रीनिंग कर रिपोर्ट देने को कहा। रिपोर्ट के बाद उन्होंने मामले की गंभीरता को समझते हुए बच्ची को एम्बुलेंस के जरिये पटना स्थित इंदिरा गांधी ह्रदय रोग संस्थान (आईजीआईसी) स्कीनिंग के लिए भेज दिया। जहां अहमदाबाद से आए चिकिसकों कि उपस्थिति में कई गई जांच में बच्ची के ह्रदय में छेद होने की पुष्टि हुई। उन्होंने कहा इसके बाद पटना से उन्हें बच्ची के ह्रदय की निःशुल्क ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजे जाने को ले बच्ची के अभिभावक से मिलकर जरूरी डॉक्यूमेंट तैयार करने का निर्देश मिला। इसके बाद उन्होंने बच्ची के अभिभावक से मिलकर सभी आवश्यक कागजात तैयार कर पटना भेज दिया और पटना से निर्देश मिलने के बाद बच्ची और उसके अभिभावक को विमान से अहमदाबाद जाने के लिए एम्बुलेंस से बेगूसराय से पटना भेज दिया। पटना से बच्ची रोजी खातून सहित राज्य के सभी बच्चों को उसके एक- एक अभिभावक के साथ विमान से पटना से अहमदाबाद भेज दिया गया। अहमदाबाद के सत्य साईं ह्रदय रोग अस्पताल में बच्ची के ह्रदय का सफल ऑपरेशन के बाद शनिवार को बच्ची और उसके अभिभावक सकुशल अहमदाबाद से पटना और फिर एम्बुलेंस से अपने गांव सदर प्रखंड के राजपुर डुमरी लौट आये हैं। ऑपरेशन के बाद बच्ची रोजी खातून अभी बिल्कुल स्वस्थ है।
रोजी खातून के पिता मो. फारुख ने बताया, पटना के इंदिरा गांधी ह्रदय रोग संस्थान में हुई स्क्रीनिंग के बाद जब उन्हें मालूम हुआ कि उनकी बच्ची के ह्रदय में छेद है तो वह बिल्कुल ही घबरा गए थे. उन्हें इस बात का डर भी बुआ कि वह अपनी बच्ची को बचा पाएंगे भी या नहीं. ऐसे समय में बेगूसराय में आरबीएसके के समन्वयक डॉ. रतीन रमण ने उन्हें हौसला दिया कि उनकी बच्ची के ह्रदय का राज्य सरकार कि पहल पर राज्य से बाहर निःशुल्क ऑपरेशन किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘उनके सहयोग और सलाह के बदौलत ही आज मेरी बच्ची के ह्रदय का निः शुल्क ऑपरेशन सम्भव हो पाया है। मेरी बच्ची आज पूरी तरह से स्वस्थ्यय है जिसका पूरा श्रेय राज्य सरकार कि यह महत्वकांक्षी योजना बाल ह्रदय योजना को जाती है। इस योजना के तहत ही मेरी बच्ची सहित राज्य भर के सभी बच्चों के ह्रदय का निःशुल्क ऑपरेशन सम्भव हो पाया है।‘’