कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर बच्चों का रखें विशेष ख्याल

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-आदमपुर में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों को दी गई ट्रेनिंग

-कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए मास्क लगाने और सामाजिक दौरे का पालन करते रहने की सलाह

भागलपुर, 22 दिसंबर। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। विशेषकर बच्चों को लेकर सतर्कता बरतें। अगर अभी से ही तीसरी लहर को लेकर सतर्कता रहेगी तो हमलोग उससे निपटने में पूरी तरह से सक्षम रहेंगे। यह बातें सिविल सर्जन डॉ उमेश कुमार शर्मा ने बुधवार को आदमपुर स्थित एक होटल में जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों की ट्रेनिंग के दौरान कही।
ट्रेनिंग के दौरान उन्होंने सभी प्रभारियों को कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचने को लेकर तकनीकी जानकारी भी दी। उन्होंने डॉक्टरों को बताया कि किस परिस्थिति में मरीज को रेफर करना है और किस परिस्थिति में उसे भर्ती करना है। उन्होंने प्रभारियों से कहा कि कोरोना की गाइडलाइन का पालन करवाते रहें और मास्क पहनने व सामाजिक दूरी का पालन करते रहने की सलाह लोगों को दें। सिविल सर्जन ने सभी प्रभारियों को बच्चे के इलाज के दौरान परिजनों को सतर्क रहने की भी सलाह देने की बात कही।

बच्चों को मानसिक रूप से करें मजबूत: पटना से ट्रेनिंग लेकर आए सदर अस्पताल के डॉ कुंदन शर्मा ने सभी प्रभारियों को बताया कि तीसरी लहर से बच्चों को किस तरह से बचाना है। उन्होंने कहा कि बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए उसके परिजन को भी सतर्क रहना चाहिए। अगर परिजन सतर्क रहेंगे तो बच्चे भी इससे बचे रहेंगे उन्होंने कहा कि स्कूल खुल गए हैं। बड़ी संख्या में भीड़ होने लगी है। ऐसे में बच्चे भी संक्रमण की जद में आ सकते हैं। इससे बचने के लिए एहतियात की जरूरत है। उन्होंने बच्चों की मानसिक देखभाल पर ध्यान देने की बात कही। डॉ शर्मा ने बताया कि छोटे बच्चे जो होते हैं वह अपनी परेशानी बताने में सक्षम नहीं होते हैं। इस वजह से उनकी परेशानी को ध्यान से समझने की जरूरत है। अगर हम बच्चे की परेशानी को समझ जाएंगे तो उसका इलाज भी बेहतर होगा।

बच्चों को टीका नहीं पड़ा है इसलिए रहे सतर्क: केयर इंडिया के डॉ राजेश मिश्रा ने बताया कोरोना का टीका बच्चों के लिए अभी नहीं आया है। इस वजह से उन्हें टीका नहीं लगाया गया। जबकि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीका पड़ गया है। इस वजह से तीसरी लहर में बच्चे के चपेट में आने की आशंका ज्यादा है। इसलिए हमलोगों को बच्चों के प्रति सतर्क रहना चाहिए। इस भ्रांति में नहीं रहना चाहिए कि बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और उन्हें कोरोना नहीं होगा।

स्तनपान कराने से पहले हाथ को साफ कर ले और मास्क पहने: केयर इंडिया की सालवी राणा ने बताया कि बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए मां को भी सतर्क रहना चाहिए। स्तनपान कराने से पहले हाथ की सफाई कर लेनी चाहिए। मास्क लगा लेना चाहिए। ताकि बच्चे में मां से संक्रमण नहीं हो। अगर मां सतर्क रहेंगी तो बच्चे भी कोरोन से बचे रहेंगे। मौके पर डीपीएम फैजान आलम अशरफी और डैम विकास कुमार समेत स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी और कर्मी मौजूद थे।