तेज धूप और उमस के प्रभाव से बचाव के लिए रहें सावधान 

103
– बदलते मौसम में नवजातों का रखें विशेष ख्याल और अनावश्यक परेशानियाँ से रहें दूर
– थोड़ी सी लापरवाही बन सकती है बड़ी मुसीबत, इसलिए स्वास्थ्य के प्रति रहें सजग
खगड़िया, 13 जुलाई।
लगातार तापमान में वृद्धि  व  आग उगलती धूप ने  लोगों की परेशानी  दुगुनी कर दी है। इससे  लू, डिहाइड्रेशन समेत अन्य मौसमी बीमारियों की  संभावना बढ़ गई है। पिछले कई दिनों से तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। जिसके कारण  मौसम में बदलाव हो रहा है। ऐसे में इन परेशानियों  के प्रभाव से दूर रहने के लिए सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। ताकि मौसमी बीमारियों से दूर रह सकें। अन्यथा थोड़ी सी लापरवाही बड़ी मुसीबत बन सकती है। इन बदलते मौसम में खासकर नवजातों व बुजुर्गों के स्वास्थ्य के प्रति विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। क्योंकि, युवाओं के सापेक्ष नवजात और बुजुर्गों की  रोग-प्रतिरोधक  क्षमता कमजोर होती है। इसलिए, नवजात और बुजुर्गों के  खान-पान समेत अन्य दिनचर्या का ख्याल रखने की जरूरत है।
– पौष्टिक आहार का करें सेवन, मौसमी बीमारियों से रहेंगे दूर :
खगड़िया सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डाॅ योगेन्द्र सिंह प्रायसी ने बताया, इस बदलते मौसम में  लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि, थोड़ी सी लापरवाही भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती  है। मौसमी बीमारी से बचाव के लिए पौष्टिक और प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। साथ ही इस  मौसम में नवजातों व बुजुर्गों का भी विशेष ख्याल रखने की जरूरत है।  साथ हीं  साफ-सफाई का भी विशेष ख्याल रखें। दरअसल, साफ-सफाई हमें ना सिर्फ मौसमी बीमारियों से बचाता बल्कि, हर संक्रामक बीमारी से दूर रखता  और स्वस्थ शरीर निर्माण में भी सहयोग करता है।
– बच्चों को धूप में अनावश्यक नहीं निकलने दें बाहर :
 तापमान में हो रही वृद्धि के कारण मौसमी बीमारियों की  संभावना बढ़ गई है। ऐसे में हर आयु वर्ग के लोगों को खाली पेट और अनावश्यक घरों से बाहर निकलने से परहेज करना चाहिए। अगर निकलते भी हैं तो निश्चित तौर पर खाना खाकर और निकलने के पूर्व नींबू-पानी जरूर ले लें। यह आग उगलती धूप के प्रभाव से बचाव के लिए काफी हद तक कारगर होगा। साथ ही खासकर बच्चों को अनावश्यक घर से बाहर नहीं निकलने दें और बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें।
– नियमित रूप से करें व्यायाम :
बदलते मौसम में स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए व्यायाम पर भी बल दें और नियमित रूप से व्यायाम करें। साथ ही समय पर खाना खाएं। किसी प्रकार की स्वास्थ्य पीड़ा होने पर तुरंत चिकित्सकों से आवश्यक जाँच करानी चाहिए।
– रहन-सहन में भी करें   सकारात्मक बदलाव :
मौसमी व संक्रामक बीमारी से दूर रहने के लिए पूर्व की भाँति रहन-सहन में भी सकारात्मक  बदलाव करें। इसके लिए शौचालय समेत घर के अन्य जगहों की नियमित साफ-सफाई करें। आवश्यकतानुसार ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराएं। घर के आसपास जलजमाव नहीं होने दें। कूड़ेदान का उपयोग करें।
– इन बातों का रखें ख्याल :
– खाली पेट धूप में नहीं निकलें।
– अधिक देर भूखा नहीं रहें और समय पर खाना खाएं।
– पानी साथ लेकर घर से निकलें।
– अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकलें।