– 11 हजार से अधिक महिलाओं ने अस्थाई तो 406 महिलाओं ने अपनाए स्थाई साधन
– 17 से 29 जनवरी तक आयोजित पखवाड़ा के दौरान जिले की महिलाओं ने अपनाए साधन
लखीसराय, 01 फरवरी
जिले में 17 से 29 जनवरी तक आयोजित परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा में जिले की महिलाओं में सकारात्मक बदलाव और जागरूकता दिखी। इस दौरान जिले की कुल 12 हजार 208 महिलाओं ने पुराने ख्यालातों से बाहर आकर और भ्रांतियाँ को दरकिनार कर परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन को अपनाया। इसमें शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र की भी महिलाएं शामिल हैं। जो ना सिर्फ सामुदायिक स्तर पर महिलाओं में सकारात्मक बदलाव है बल्कि, महिलाओं में खुद के लिए जरूरी निर्णय लेने के लिए आई जागरूकता का भी बड़ा संकेत है। वहीं, पखवाड़ा की सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग भी काफी सजग और प्रयासरत रहा। पखवाड़ा के दौरान जिले के विभिन्न प्रखंडों में परिवार नियोजन को लेकर तमाम गतिविधियों का आयोजन कर नियमित तौर पर लोगों को जागरूक किया गया। जिसका सकारात्मक परिणाम भी रहा।
– जिले की सभी प्रखंडों की महिलाओं की रही भागीदारी :
सिविल सर्जन डाॅ देवेन्द्र चौधरी ने बताया, परिवार नियोजन को लेकर महिलाओं में काफी जागरूकता दिखी। जो खुद गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए बेहतर कदम है। यह सामुदायिक स्तर पर महिलाओं में आई सकारात्मक बदलाव का बड़ा संकेत भी है। वहीं, उन्होंने बताया, परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा में जिले की सभी प्रखंडों की महिलाओं की भागीदारी रही। किसी महिला को परिवार नियोजन के साधन को अपनाने में किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो, इसको लेकर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में व्यापक पैमाने पर व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी।
– 11 हजार 802 महिलाओं ने अस्थाई तो 406 महिलाओं ने अपनाएं स्थाई साधन :
डीसीएम पारस मणि ने बताया, जिले में कुल 12 हजार 208 महिलाओं ने परिवार नियोजन के साधन अपनाए। जिसमें 11 हजार 802 महिलाओं ने अस्थाई साधन को अपनाया। जबकि, 406 महिलाओं ने अस्थाई साधन को अपनाया। वहीं, उन्होंने बताया, पखवाड़ा के दौरान सभी महिलाओं में काफी जागरूकता दिखी। सभी लाभार्थी तमाम भ्रांतियों को दरकिनार कर और पुराने ख्यालातों से बाहर आकर इस साधन को अपनाने के लिए आगे आईं।
– पखवाड़ा की सफलता को लेकर एक-एक योग्य महिलाओं से संपर्क कर दी गई जानकारी :
केयर इंडिया के डीटीएल अनुराग गुंजन ने बताया परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा की सफलता को लेकर स्वास्थ्य विभाग के तमाम पदाधिकारी एवं कर्मी के माध्यम से जिले की सभी प्रखंडों की एक-एक योग्य महिला से संपर्क कर उन्हें पखवाड़ा की जानकारी दी गई। साथ ही इस साधन को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया गया । जिसका काफी सकारात्मक परिणाम रहा और महिलाएं साधन को अपनाने के लिए आगे आईं।