पोषण पखवाड़ा में 16 से 31 मार्च तक आंगनबाड़ी से लेकर जिलास्तर पर आयोजित किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रम

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– विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्र, प्रखण्ड कार्यालय और जिलास्तर पर आयोजित किए जाने हैं पोषण जागरुकता से सबंधित कई कार्यक्रम
– जिला मुख्यालय पर 20 से 24 मार्च के बीच आयोजित की जाएगी डीसीएपी की बैठक
– राज्य स्तर पर पटना में 16 से 26 मार्च एससीएपी बैठक और 20 से 31 मार्च तक होगा राज्यस्तरीय पोषण सेमिनार
लखीसराय, 18 मार्च | पोषण पखवाड़ा के अंतर्गत 16 से 31 मार्च तक आंगनबाड़ी स्तर से लेकर राज्य स्तर विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके तहत जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 16 से 31 मार्च के दौरान जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए कार्यक्रमों का एक विस्तृत कैलेंडर जारी किया गया है। इसके तहत आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा प्राथमिक विद्यालय स्तर पर, प्रखण्ड स्तर पर और अंततः जिला और राज्य स्तर पर कुपोषण के प्रति जागरूकता को ले कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं।
विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का एक विस्तृत कैलेंडर जारी
लखीसराय में आईसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुमारी अनुपमा ने बताया कि पोषण पखवाड़ा के तहत 16 से 31 मार्च तक आयोजित किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का एक विस्तृत कैलेंडर जारी किया गया है। इसके अनुसार जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्दों पर 16 से 20 मार्च तक पोषण युक्त औषधीय पौधों के माध्यम से खाद्य वानिकी कार्यक्रम के तहत पोषण सम्बंधी चुनोतियों का समाधान करने के उद्देश्य से लोगों को जागरूक करते हुए औषधीय पौधों के रूप में बेल, जामुन,आंवला,पपीता,खजूर, अमरूद और सहजन का पौधा लगाया जा रहा है। इसके साथ ही 16 से 21 मार्च तक पोषण पंचायत का आयोजन कर पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से बच्चों में व्याप्त कुपोषण से बचाव व इससे होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि घर- घर आंगनबाड़ी केंद्र (फंडामेंटल लर्निंग एंड न्यूमेरेसी लिटरेसी ) कार्यक्रम के अंतर्गत 16 से 20 मार्च तक माताओं और पालन कर्ताओं को नई पहल कार्यक्रम के तहत 3 से 6 साल के बच्चों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्र पर विभिन्न गतिविधियों का प्रदर्शन किया जा रहा है।

आंगनबाड़ी केंद्रों पर अभिभावकों की बैठक, योगाभ्यास, पोषण दिवस सहित आयोजित किए जा रहे हैं अन्य कार्यक्रम :
उन्होंने बताया कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर 16 से 20 मार्च तक 6 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के प्राथमिक विद्यालयों में प्रवेश कराने के लिए अभिभावकों के साथ बैठक आयोजित करने के साथ ही स्वस्थ जीवन जीने के लिए सामान्य योगाभ्यास औऱ ग्राम स्वास्थ्य , स्वच्छता के लिए 17, 19, 24, 26 और 31 मार्च को पोषण दिवस (वीएचएसएन डी) का आयोजन कर गर्भवती महिलाओं के वजन की जांच कर वजन में वृद्धि के लिए आवश्यक परामर्श दिया जाना है।
पौष्टिक आहार के बारे में जागरूक किया जा रहा-
आइसीडीएस डीपीओ कुमारी अनुपमा ने बताया कि 16 से 31 मार्च तक गृह भ्रमण के दौरान गर्भवती और धातृ महिलाओं को पोषण के पांच सूत्र ( पहले एक हज़ार दिन एनीमिया, डायरिया से बचाव, स्वच्छता, हाथों कि सफाई और पौष्टिक आहार के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रत्येक लाभार्थी गर्भवती महिला और 6 वर्ष तक के बच्चों का वजन लेने के साथ ही आवश्यक परामर्श दिया जाना है। बताया कि 21 से 31 मार्च तक छोटे- छोटे समूह में यक्ष्मा ( टीबी) पर समुदाय आधारित जागरूकता चौपाल का आयोजन किया जाना है। इसके साथ ही 29 – 31 मार्च तक होली मिलन समारोह में पोषण के पांच सूत्र की चर्चा, सभी विद्यालयों में किशोर- किशोरियों के साथ पोषण पर चर्चा, सभी प्रखंड मुख्यालय पर बीसीएपी की बैठक, प्रखंड और जिला मुख्यालय पर पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना, प्रखंड के पोषक क्षेत्र में ई. रिक्शा, ऑटो रिक्शा और रिक्शा के माध्यम से 16 से 31 मार्च तक पोषक संदेशों का प्रचार- प्रसार, सम्पूर्ण पोषक क्षेत्र में जिला परियोजना स्तर के पदाधिकारियों के द्वारा सघन अनुश्रवण के साथ ही जिला मुख्यालय में 20- 24 मार्च को डीसीएपी की बैठक आयोजित की जाएगी। पूरे राज्य में निदेशालय के द्वारा टीवी, रेडियो, न्यूज़ पेपर, शोशल मास मीडिया के माध्यम से विज्ञापन के जरिये प्रचार- प्रसार किया जाएगा। इसके साथ ही राज्य स्तर पर 16 से 26 मार्च तक एससीएपी की बैठक और 20 – 31 मार्च तक कुपोषण रोकथाम और पोषण विविधता विषय पर राज्यस्तरीय पोषण सेमिनार का आयोजन किया जाना है।