मिशन परिवार विकास अभियान: नाटक के माध्यम से आशा कार्यकर्ताओं को दिया गया प्रशिक्षण

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– जिले के लखीसराय पीएचसी में नाटक का हुआ आयोजन, योग्य लाभार्थियों को जागरूक करने के लिए दी गई विस्तृत जानकारी
– स्थाई और अस्थाई उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया

लखीसराय-

मिशन परिवार विकास अभियान के तहत सोमवार को जिले के लखीसराय पीएचसी में नाटक के माध्यम से आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया| जिसमें योग्य दंम्पत्तियों को जागरूक करने के लिए बेहतर तरीके की विस्तृत जानकारी दी गई। इस दौरान बताया गया कि लोगों को कैसे जागरूक किया जाय, जिससे अधिकाधिक लोग इस अभियान के तहत स्थाई और अस्थाई उपायों को अपनाने के लिए आसानी के साथ आगे आएँ । लोगों में सकारात्मकता कैसे बढ़ेगी। लोगों को किस तरह समझा कर इस अभियान को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाय समेत तमाम जानकारियाँ नाटक के माध्यम से दी गई। ताकि आशा कार्यकर्ता लोगों को बेहतर तरीके से समझाने एवं प्रेरित करने के लिए खुद को सक्षम महसूस करें और अभियान का उद्देश्य सफल हो सके।
– जिले में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को किया जा रहा है जागरूक :
जिला सिविल सर्जन डॉ देवेन्द्र चौधरी ने बताया, मिशन परिवार विकास अभियान की सफलता को लेकर जिले में लगातार तमाम कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इसके दौरान उक्त अभियान के तहत आने वाले साधनों को अपनाने से होने वाले फायदे एवं अभियान के उद्देश्य की विस्तृत जानकारी दी जा रही है। ताकि अधिकाधिक लोग इस अभियान के साधनों को अपनाने के लिए आगे आ सकें और अभियान का उद्देश्य सफल हो सके।
– स्थाई और अस्थाई उपायों को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया :
लखीसराय पीएचसी के प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक निशांत राज ने बताया, प्रशिक्षण के दौरान स्थाई और अस्थाई उपायों को अपनाने के लिये प्रेरित करने को बेहतर जानकारी दी गई। जिसमें नाटक के माध्यम से यह बताया गया कि नव दंपत्ति को शादी के दो साल बाद बच्चा हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए ऐसे दंपत्ति को अस्थाई उपाय जैसे कि, कंडोम, छाया, समेत अन्य उपायों की किस तरह बेहतर जानकारी दें । दूसरे बच्चे के जन्म में तीन साल का अंतराल रखने के लिए काॅपर-टी (आईयूसीडी) समेत अन्य तमाम जानकारियाँ दी गई। ताकि छोटा परिवार और खुशहाल परिवार के स्लोगन का उद्देश्य सार्थक हो सके। साथ ही यह भी बताया गया कि पुरानी ख्यालातों से बाहर आकर लोगों को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए जिन्हें दो बच्चे हो चुके हैं, उन्हें स्थाई उपाय के लिए नसबंदी और बंध्याकरण अपनाने के लिए भी प्रेरित करने की जानकारी दी गई।
– बास्केट ऑफ च्वाइस की दी गई विस्तृत जानकारी :
लखीसराय पीएचसी के बीसीएम नुसरत प्रवीण ने बताया, इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं को बास्केट ऑफ च्वाइस की भी विस्तृत जानकारी दी गई। जिसमें बताया गया कि स्थाई और अस्थाई दोनों उपाय बास्केट ऑप च्वाइस में ही आता है और दोनों सफल व कारगर भी है। किन्तु, कौन सा उपाय को अपनाना है, यह लाभार्थियों के मन पर निर्भर करता है और किनको किस उपाय के प्रेरित करना है, ऐसी तमाम जानकारियाँ विस्तारपूर्वक दी गई। जैसे कि, नव दंपत्ति को अस्थाई तो जिन्हें दो बच्चे हो चुके हैं, उन्हें स्थाई उपाय को अपनाने के लिए प्रेरित करने की नाटक के माध्यम से बेहतर और विस्तृत जानकारी दी गई।

– इन मानकों का करें पालन और कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :
– मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
– विटामिन-सी युक्त पदार्थों का सेवन करें।
– साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और सैनिटाइजर का उपयोग करें।
– अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकलें और भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।