– संक्रमित एडिस मच्छर काटने से होता है डेंगू और चिकनगुनिया, इसलिए साफ – सफाई का रखें विशेष ख्याल
– स्थिर साफ पानी में पनपता है यह मच्छर, इसलिए नहीं होने दें जलजमाव
– सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है समुचित इलाज की व्यवस्था
लखीसराय , 19 अक्टूबर।
लगातार बदल रहे मौसम के कारण कोविड-19 के बीच डेंगु और चिकनगुनिया बीमारी की भी संभावना बढ़ गई है। इसलिए, सावधान रहने की जरूरत है। इसके लिए रहन – सहन में बदलाव के साथ-साथ साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देने की दरकार है। दरअसल कोरोना, डेंगु व चिकनगुनिया के शुरुआती लक्षण बुखार से ही शुरू होते हैं। कई लक्षण एक-दूसरे के समान हैं। जिसके कारण लोगों की बीमारी की पहचान करने में भी काफी परेशानी होती है। इसलिए लक्षण दिखते ही तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाँच कराने की जरूरत है। लोगों को कोविड-19 के दौर में डेंगु और चिकनगुनिया बीमारी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, बल्कि इसको लेकर सजग रहना चाहिए।
– लक्षण दिखते ही तुरंत करायें इलाज, अस्पतालों में समुचित व्यवस्था है उपलब्ध : –
जिला सिविल सर्जन डॉ आत्मानंद राय ने बताया कि लक्षण दिखते ही ऐसे मरीजों को तुरंत जाँच करानी चाहिए। जाँच की रिपोर्ट के अनुसार इलाज करानी चाहिए। ताकि लोगों की परेशानियाँ नहीं बढें और समय पर इलाज शुरू हो सके। इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में समुचित व्यवस्था उपलब्ध है।
संक्रमित एडिस मच्छर काटने से होता है डेंगू और चिकनगुनिया : –
डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी संक्रमित एडिस मच्छर काटने से होता है। इसलिए, अगर आप दिन में सोते हैं तो अनिवार्य रूप से मच्छरदानी लगाएं। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। घर एवं सभी कमरे को साफ – सुथरा एवं हवादार बनाएं रखें। साथ ही आसपास भी साफ – सफाई का विशेष ख्याल रखें। इसके लिए अपने पड़ोस में रहने वाले अन्य लोगों को भी जागरूक करें। ताकि इस बीमारी के दायरे से सामुदायिक स्तर पर लोग दूर रहें।
– स्थिर साफ पानी में पनपता है यह मच्छर, इसलिए नहीं होने दें जलजमाव
यह मच्छर स्थिर साफ पानी में पनपता है। इसलिए, घर समेत आसपास में जलजमाव नहीं होने दें। जलजमाव होने पर उसे यथाशीघ्र वैकल्पिक व्यवस्था कर हटायें और पानी जमा होने वाले जगहों पर किरासन तेल या कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें। साथ ही टूटे – फूटे बर्तन, एसी / कूलर, फ्रीज के पानी निकासी ट्रे, पानी टंकी समेत अन्य जगहों पर पानी का जमाव नहीं होने दें।
– डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण : –
– तेज बुखार, बदन, सर एवं जोड़ों में दर्द तथा ऑखों के पीछे दर्द होना
– त्वचा पर लाल धब्बे या चकते का निशान
– नाक, मसूढ़े से या उल्टी के साथ रक्त श्राव होना
– काला पैखाना होना
इन मानकों का पालन कर कोविड-19 से रहें दूर : –
– व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें।
– बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
– साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
– छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके।
– उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके।
– घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
– बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें।
– आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें।
– मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें।
– किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों।
– कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें।
– बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें।