– कोरोना टीकाकरण के दूसरे दौर में शिक्षकों का होना है टीकाकरण
– कोरोना टीकाकरण बाद हीं जिले में जिले में स्मूथ हो पाएगी शैक्षणिक ब्यवस्था
मुंगेर, 18 दिसंबर : कोरोना टीकाकरण अभियान को ले जिले में कार्यरत शिक्षक बिल्कुल तैयार हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से जिले भर के सभी स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधि ठप है। स्कूल के बंद होने की वजह से शिक्षकों का दैनिक शैक्षणिक कार्य भी नहीं हो पा रहा है। हालांकि राज्य सरकार के आदेशानुसार शिक्षक स्कूल तो जाते हैं लेकिन शैक्षणिक कार्य से नहीं बल्कि गैर शैक्षणिक कार्य से। शिक्षकों को उम्मीद है कि कोरोना के बाद हीं स्कूल सही मायने में खुल पाएंगे और स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियां शुरू हो पाएगी।
कोरोना वायरस के संक्रमण को ले सदर अस्पताल परिसर में स्थापित जिला नियंत्रण कक्ष के नोडल अधिकारी डॉ. निरंजन कुमार ने बताया कि कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मियों की तरह शिक्षकों ने भी अहम भूमिका निभाई है। स्कूलों में जब क्वारनटाइन बनाकर कोरोना संक्रमित लोगों को रखा गया था उस समय शिक्षकों ने ही अहम भूमिका अदा की थी।
कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण में शिक्षकों को लगना है टीका :
डॉ. निरंजन कुमार ने बताया कि कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण में शिक्षकों और पुलिस कर्मियों को टीका लगाया जाना है। इससे पहले प्रथम चरण में सभी स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर को कोरोना का टीका लगना है।
टीकाकरण के तीसरे चरण में आम लोगों को लगना है कोरोना का टीका :
डॉ. निरंजन कुमार ने बताया कि जिले के सभी आम लोगों को कोरोना टीकाकरण के तीसरे चरण में टीका लगना है। इसके सभी आवश्यक तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है।
कोरोना टीकाकरण के लिए तैयार हैं जिले के शिक्षक :
जिला मुख्यालय के मुफ़स्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत मध्य विद्यालय नवादा शंकरपुर में कार्यरत शिक्षक राजेश कुमार यादव ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वजह से मार्च के महीने से हीं स्कूल के बंद रहने के कारण बच्चों की पढ़ाई- लिखाई ठप है। कोरोना का वैक्सीन आने के बाद अब उम्मीद जगी है कि बहुत हीं जल्द स्कूल में शैक्षणिक गतिविधि शुरू हो पाएगी।
स्कूल के बंद रहने से प्रभावित हुई है दिनचर्या :
जिले के बरियारपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत नया छावनी स्कूल में कार्यरत शिक्षिका सुषमा कुमारी ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से स्कूलों के बंद रहने से बच्चों की पढ़ाई- लिखाई के साथ हीं हमलोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हुई है। अब उम्मीद है कि वैक्सीन के आने के बाद बच्चों के साथ- साथ हम शिक्षकों की भी दिनचर्या नियमित हो सकेगी।
कोरोना टीकाकरण से जगी उम्मीद की किरण :
मध्य विद्यालय गौरीपुर, सफियाबाद मुंगेर में कार्यरत शिक्षक निर्मल कुमार ने बताया कि पिछले लगभग 9 महीने से स्कूलों के लगातार बंद रहने की वजह से बच्चों के साथ-साथ हम शिक्षिकों के अंदर भी निराशा घर करने लगी थी कि पता नहीं कब स्कूल खुलेंगे और पढ़ाई- लिखाई शुरू हो पाएगी। अब कोरोना टीकाकरण का अभियान शुरू होने के बाद उम्मीद की किरण दिखाई दी है कि बहुत हीं जल्द स्कूल बच्चों की उपस्थिति से गुलजार हो सकेगा ।
कोरोना टीकाकरण अभियान में सहयोग के लिए तैयार हैं शिक्षक :
कासिम बाजार थाना क्षेत्र अंतर्गत हसनगंज विद्यालय में कार्यरत शिक्षक इंद्रदेव प्रसाद ने बताया कि हम सभी शिक्षक कोरोना टीकाकरण अभियान में अपना सहयोग देने के लिए तैयार हैं। इससे यह उम्मीद जगी है कि बहुत हीं जल्द स्कूलों में शैक्षणिक गतिविधियां शुरू हो पाएगी।
कोरोना का वैक्सीन आने तक सभी लोग बरतें ये सावधानी :
– जब तक जिले कोरोना का वैक्सीन आ नहीं जाए सभी लोग अनिवार्य रूप से मास्क का उपयोग करें। क्योंकि वैक्सीन के आने तक मास्क हीं वैक्सीन है।
– किसी भी प्रकार की चीजों को छूने के बाद अनिवार्य रूप से साबून या सैनिटाइजर से करें अपने हाथों को साफ।
– घर से बाहर भीड़- भाड़ वाले स्थान पर जाने पर शरीरिक दूरी के नियम का पालन करते हुए कम से कम दो गज या छह फ़ीट की दूरी बनाए रखने की करें कोशिश ।