सुषमा चोरडिया के कार्यों से होता है स्त्रीत्व का दर्शन

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डॉ. सुमित्रा भोसले की सराहना; ‘ज्ञानज्योति’द्वारा ‘आदर्श समाजभूषण प्रेरणा गौरव पुरस्कार’ प्रदान

पुणे : सूर्यदत्ता ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स, पुणे की उपाध्यक्ष सुषमा चोरडिया को ज्ञानज्योति समाजसेवा संगठन, सोलापुर की ओर से पणजी (गोवा) में आयोजित एक समारोह में ‘आदर्श समाजभूषण प्रेरणा गौरव पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर समाजभूषण, समाजरत्न, समाज गौरव, कलाभूषण, कलारत्न, कलागौरव, क्रीड़ा भूषण पुरस्कार भी वितरित किए गए। महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा के प्रतिभाशाली लोगों को सम्मानित किया गया। पुरस्कार शॉल, फेटा, प्रमाणपत्र, सम्मानचिन्ह और पदक के रूप में थे। यह पुरस्कार उन्हें नेशनल फीनिक्स ग्लोबल अवार्ड 2021 के तहत दिया गया हैं। इस समय ‘सूर्यदत्ता’ के संस्थापक अध्यक्ष प्रा. डॉ. संजय चोरडिया, संयोजक डॉ. विक्रम शिंगाडे और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

सुषमा चोरडिया ने कहा, ”सूर्यदत्ता एजुकेशन फाउंडेशन की स्थापना 1999 में हुई थी। प्रो. डॉ. संजय चोरडिया के कुशल नेतृत्व में सूर्यदत्त ने केजी से लेकर पीजी तक के हजारों छात्रों को शिक्षा दी है। सूर्यदत्ता में होटल मैनेजमेंट, फैशन डिजाइन, इंटीरियर डिजाइन, वोकेशनल कोर्स के साथ-साथ एमबीए, बीबीए, एमसीए, पीजीडीएम जैसे विभिन्न कोर्स सिखाए जाते हैं। अभिनव पहल के कारण संस्था के स्कूल और कॉलेज हमेशा सुर्खियों में रहते है। अपनी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, उत्कृष्ट शिक्षण स्टाफ, दोस्ताना स्टाफ और लगातार विश्व रिकॉर्ड स्थापित करने के लिए सूर्यदत्ता संस्था जाने जाते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में मैंने भी खुद को झोक दिया है। आपके जैसे संगठनों की सराहना हमें ओर भी अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है।”

प्रा. डॉ. संजय चोरडिया ने कहा, “कुशल और रोजगार योग्य लोगों की पीढ़ी तयार हो रही है जो देश के विकास में योगदान दे सकती है। ‘सूर्यदत्त’ ने परंपरा और आधुनिकता को मिलाकर विद्यार्थियों को समग्र शिक्षा प्रदान की है। इसके लिए लगातार विशेषज्ञ मार्गदर्शन, कार्यशालाएं, प्रशिक्षण और प्रदर्शन गतिविधियां संचालित की जाती हैं। ज्ञान ज्योति समाज सेवा संगठन की मानसिकता बहुत अच्छी है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से प्रतिभाशाली लोगों को ढूंढना और उनकी सराहना करना एक कठिन काम है। ‘सूर्यदत्त’ की ओर से हर साल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाते हैं। इनमें भीमसेन जोशी, अनुपम खेर और विभिन्न राज्यों के राज्यपाल शामिल हैं। इसलिये हमें इस काम का अंदाजा है। हमारा उद्देश्य सूर्यदत्त और उसके गुणवत्ता प्रदर्शन को बढ़ावा देना और उसका प्रसार करना है।आपने जो पुरस्कार दिया है, इस पुरस्कार का हम विनम्रता से स्वीकार करते है.”

डॉ। सुमित्रा भोसले ने कहा, ‘सुषमा चोरडिया घर की देखभाल कर के शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम कर रही हैं। सुषमा चोरडिया के कार्यों से स्त्रीत्व का दर्शन होता है. एक स्त्री न केवल घर, अच्छी शिक्षा बल्कि उसकी सतर्कता और समर्पण की भी सबसे अधिक आवश्यकता है। इसका जीता जागता उदाहरण सुषमा चोरडिया हैं। उन्हें में दिल से बधाई देती हूं। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक डाॅ. विक्रम शिंगाडे ने स्वागत किया। धोंडीबा कुंभार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।