फिर से देश में दस्तक दें सकता हैं कोरोना वायरस

पिछले कई महीनों से कोरोन वायरस की बढ़ती हुई रफ़्तार पर पूर्ण रूप से तो नहीं लेकिन काफी हद तक कोरोना के मामले बेहद कम आ रहें थे लेकिन अब देखते ही देखते देश में एक बार फिर कोरोना वायरस अपना पैर पसर रहा हैं कोरोना का यह बढ़ता मामला बेहद चिंताजनक हैं और इसे पहले फैले कोरोना वायरस के मामलों से कोरोना का यह फेज़ और अधिक शक्तिशाली होने वाला हैं ऐसा विषज्ञों का अनुमान हैं।

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पिछले कई महीनों से कोरोन वायरस की बढ़ती हुई रफ़्तार पर पूर्ण रूप से तो नहीं लेकिन काफी हद तक कोरोना के मामले बेहद कम आ रहें थे लेकिन अब देखते ही देखते देश में एक बार फिर कोरोना वायरस अपना पैर पसर रहा हैं

New delhi: पिछले कई महीनों से कोरोन वायरस की बढ़ती हुई रफ़्तार पर पूर्ण रूप से तो नहीं लेकिन काफी हद तक कोरोना के मामले बेहद कम आ रहें थे लेकिन अब देखते ही देखते देश में एक बार फिर कोरोना वायरस अपना पैर पसर रहा हैं कोरोना का यह बढ़ता मामला बेहद चिंताजनक हैं और इसे पहले फैले कोरोना वायरस के मामलों से कोरोना का यह फेज़ और अधिक शक्तिशाली होने वाला हैं ऐसा विशेषज्ञों का अनुमान हैं।फाइल फोटो

फिर एक बार लौटा कोरोना वायरस, इसबार और अधिक शक्तिशाली

देश में कोरोना के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान इस साल कोरोना के सार्वधिक 22,854 मामले सामने आए है । पिछले कुछ दोनों से पंजाब और महाराष्ट्र में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर के लिए भी स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि गुरुवार को राजधानी में 409 नए केस सामने आए हैं। लगभग दो महीनों में एक दिन में आए सबसे ज्यादा मामले हैं।

विशेषज्ञों ने बढ़ते कोरोना के मामलो पर जताया चिंता

इन बढ़ते मामलों ने जानकारों के मन में सवाल पैदा कर दिया है क्या देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। इस तरह कोरोना के बढ़ते मामलों से कई सवाल सामने आकर खड़े हो रहे हैं। पहले मामले में तेजी हल्की गति से हो रही थी। मामलों में तेजी एक ऐसे समय में हो रही है, जब कई आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों पर प्रतिबंधों में ढील दी गई। यहां चिंता करने वाली बात यह है कि पश्चिमी देशों में कोरोना वायरस की कई लहरें देखी गईं लेकिन दूसरी लहर, पहली लहर से ज्यादा खतरनाक रही।Image

पंजाब बना कोरोना का केंद्र

किसान आंदोलन का केंद्र रहे पंजाब में 27 जनवरी वाले हफ्ते के अंत तक कोरोना के 181 दैनिक मामले आते थे। लेकिन फरवरी के पहले हफ्ते से मामले धीरे-धीरे बढ़ते रहे, जिसके बाद अचानक से मामलों का सात दिवसीय औसत बढ़ गया। सकारात्मकता दर का बढ़ना इसलिए चिंता की बात है क्योंकि जानकारों का मानना है कि ये दर मामलों में बढ़ोतरी को बताती है। ये दर्शाता है कि सामान्य लोगों में सिर्फ मामले बढ़ नहीं रहे हैं बल्कि तेज गति से फैल भी रहे हैं।