गुजरात में भी सराहा गया एनबीटी का ‘पुस्तक प्रकाशन कोर्स’

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गुजरात में भी सराहा गया एनबीटी का ‘पुस्तक प्रकाशन कोर्स’ करियर बनाने में खास है राष्ट्रीय पुस्तक न्यास(एनबीटी) का पुस्तक प्रकाशन कोर्स

अहमदाबाद-

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत (एनबीटी) द्वारा कौशल विकास योजना की तहत देशभर में ‘पुस्तक प्रकाशन’ का कोर्स समय-समय पर आयोजित किया जाता है। एनबीटी की ओर से यह कोर्स आमतौर पर एक सप्ताह अथवा एक माह तक संचालित किया जाता है। एनबीटी की ओर से गुजरात विश्वविधालय, अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में ”पुस्तक प्रकाशन में व्यवसायोन्मुख सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम”  का आयोजन 23 जनवरी से 31 जनवरी तक किया गया। इस पाठ्यक्रम में करीब 41 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

कौशल विकास योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत(एनबीटी) देशभर में पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने और युवाओं को पब्लिशिंग इंडस्ट्री से जुड़े सभी व्यावहारिक और तकनीकी पहलुओं से अवगत कराने के लिए इस पाठ्यक्रम को संचालित करता है। इस कोर्स में पी.एच.डी, एम.टेक, बी.टेक और
पत्रकारिता सहित कई अन्य विधाओं में उपाधि प्राप्त प्रतिभागी भाग लेते है। 23 जनवरी को गुजरात विश्वविधालय, अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में ‘पुस्तक प्रकाशन’ के इस पाठ्यक्रम के शुभारंभ कार्यक्रम के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में गुजरात के महामहिम राज्यपाल ओ पी कोहली मौजूद थे।
वहीं शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान एनबीटी के अध्यक्ष, प्रो. बल्देव भाई शर्मा और गुजरात विश्वविधालय के कुलपति प्रो. हिमांशु पंडया, एनबीटी के ट्रेनिंग इंचार्ज  नरेंद्र कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद
रहे। पाठ्यक्रम के शुभारंभ कार्यक्रम पर महामहिम राज्यपाल श्री ओ पी कोहली ने कहा कि एनबीटी इस पाठ्यक्रम के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की  महात्वाकांक्षी कौशल विकास योजना की तहत देश भर में बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहा है और असके लिए हम एनबीटी के अध्यक्ष, प्रो. बल्देव भाई शर्मा को धन्यवाद करते हैं। वहीं शुभारंभ कार्यक्रम के अवसर पर अध्यक्ष, प्रो. बल्देव भाई शर्मा ने कहा था कि राष्ट्रीय पुस्तक न्यास की ओर से देशभर में आयोजित किया जा रहा ‘पुस्तक प्रकाशन’ का कोर्स
काफी प्रभावी है और इससे प्रकाशन के क्षेत्र में रोज़गार के कई अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। इस कोर्स को करने के बाद अबतक कई प्रतिभागी बड़े प्रकाशन संस्थानों में कार्य कर रहे हैं। गुजरात विश्वविधालय, अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस पाठ्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को प्रकाशन से संबंधित सभी पहलुओं से अवगत कराया गया। जिसमें पुस्तक लेखन, संपादन, प्रूफ रीडिंग, बुक कंपोजिंग, डिजाइनिंग, इलस्ट्रेशन या आर्टिस्ट वर्क, प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी, सेल्स और मार्केटिंग, ऑनलाइन राइटिंग एंड एडिटिंग, ई-बुक्स पब्लिशिंग, कॉपीराइट और डेस्कटॉप पब्लिशिंग सहित पब्लिशिंग इंडस्ट्री से जुड़े सभी पहलुओं के बारे में एक्सपर्ट के द्वारा बताया गया। साथ ही कोर्स के दौरान ही प्रतिभागियों को प्रैक्टिकल सेशन कराया गया और प्रतिभागियों को महात्मा गांधी के समय से ही चर्चित नवजीवन ट्रस्ट में विज़िट कराया गया। नवजीवन ट्रस्ट की स्थापना सन 1921 में महात्मा गांधी ने की थी। नवजीवन ने अब तक हिन्दी, गुजराती, अंग्रेजी एवं अन्य भाषाओं में करीब 800 पुस्तकें प्रकाशित की है।
वहीं 31 जनवरी को पाठ्यक्रम का समापन समारोह और सर्टिफिकेट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान गुजरात विश्वविधालय की निदेशक(यूएसएल) प्रो. रंजना अरगडे, प्रो. नीलोत्पला गांधी, एनबीटी के ट्रेनिंग इंचार्ज नरेंद्र कुमार एवं अन्य अतिथिगण मौजूद थे। वहीं अपने बधाई संदेश के माध्यम से एनबीटी के अध्यक्ष प्रो. बल्देव भाई शर्मा ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाए देते हुए कहा कि सभी प्रतिभागी प्रकाशन के क्षेत्र में आगे बढ़े और भविष्य में भी एनबीटी सदैव उनके साथ होगा।