नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे चंद्रशेखर

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काशी-
उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक वाराणसी सीट से इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भीम आर्मी प्रमुख एवं दलित नेता चंद्रशेखर उर्फ रावण ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। रावण ने बीते दिनों कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा था कि वह 79 सीटों पर महागठबंधन का समर्थन करेंगे और एक सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेंगे। जिसके बाद से अलग-अलग नामों पर कयास लगाए जाने लगे लेकिन रावण द्वारा ऐलान किए जाने के बाद यह साफ हो गया कि वहीं भीम आर्मी की तरफ से लोकसभा चुनावों के इकलौते उम्मीदवार हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस रावण को अपना समर्थन देगी।

गौरतलब है कि साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में काशी संसदीय क्षेत्र से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल उतरे थे और इस चुनाव में मोदी को 56 फीसदी जबकि केजरीवाल को 20 फीसदी वोट मिले थे और बाकी के वोट अन्य के खातों में नए थे। लगभग 28 लाख वोटरों वाली काशी संसदीय क्षेत्र में 80 हजार के आस-पास दलित वोटर्स हैं, जिसके दम पर चंद्रशेखर मैदान में उतरेंगे। हालांकि, 79 सीटों पर गठबंधन के साथ शामिल होने का मतलब है कि अनौपचारिक तौर पर वह सपा, बसपा और आरएलडी के साथ है लेकिन सपा और बसपा के संयुक्त गठबंधन में यह सीट सपा के पास है, जिस पर उम्मीदवार का नाम तय हो चुका है।
ऐसे में चंद्रशेखर को मुस्लिम और यादव वोट बैंक तो मिलने से रहा फिर भी उनका 80 हजार दलितों के दम पर नरेंद्र मोदी के खिलाफ उतरना कितना सही रहेगा यह तो 23 मई को सामने आने वाले नतीजों से पता चलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि चंद्रशेखर वाराणसी से चुनाव लड़कर लाइमलाइट में आना चाहते हैं और भविष्य में खुद को केंद्रीय राजनीति में सक्रिय करने के तहत ये कदम उठाना चाह रहे हैं। उनको पता है कि वाराणसी से चुनाव लड़ने पर मीडिया उनको अच्छी खासी कवरेज देगी।