होम आइसोलेशन में आवासित मरीजों का होगा भौतिक सत्यापन

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-राज्य स्वास्थ समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर दिए निर्देश
-एक सप्ताह में होगा सत्यापन, टीम गठित करने का दिया निर्देश
लखीसराय,19 अगस्त: स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण के बढ़ते असर को रोकने के लिए विभिन्न स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं. कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम रैंडम सैंपलिंग का भी काम कर रही है. इस सभी कार्यों के साथ अब स्वास्थ्य विभाग की टीम होम आइसोलेशन में आवासित मरीजों का भौतिक स्त्यापन का काम भी करेगी. इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने जिला पदाधिकारी व सिविल सर्जन को आवश्यक निर्देश दिये हैं.
सभी पीएचसी प्रभारी को दिए गए हैं निर्देश
जिला सिविल सर्जन पदाधिकारी डॉ आत्मानंद राय ने बताया कि भौतिक सत्यापन के लिए प्रखंड स्तर पर सत्यापन टीम गठित करने के लिए सभी पीएचसी प्रभारी को निर्देश दिए गए हैं और शीघ्र इसे सुनिश्चित कराने को कहा गया है। कार्यपालक निदेशक ने अधिकारियों को पत्र के माध्यम से भेजे निर्देश में इस बात पर जोर दिया है कि होम आइसोलेशन में आवासित मरीजों का पता और मोबाइल नंबर आदि में त्रृटि होने के कारण मरीजों के स्वास्थ्य अनुश्रवण कार्यों में कठिनाई हो रही है. स्टेपवन के माध्यम से हो रहे अनुश्रवण कार्य अपर्याप्त या सही जानकारी नहीं होने के कारण प्रभावित हुआ है. इसलिए होम आइसोलेशन में आवासित सभी मरीजों का भौतिक सत्यापन किया जाना आवश्यक है. इसके लिए सत्यापन दल गठित किये जाने के लिए कहा गया है.
दल में होंगे बीएचएम, बीसीएम आरबीएसके अधिकारी:
सत्यापन दल में आवश्यकतानुसार राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम कर्मियों सहित प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक व प्रखंड सामुदायिक उत्प्ररेक आदि को शामिल किया जायेगा. सत्यापन दल द्वारा मरीजों का नाम, पता, मोबाइल नंबर, जांच का प्रकार, जांच परिणाम की तिथि, पॉजिटिव या निगेटिव, वितरित किये गये दवाओं आदि सभी का सत्यापन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है. होम आइसोलेशन में आवासित मरीजों के सत्यापन का कार्य एक सप्ताह के अंदर अनिवार्य रूप से पूरा कर लिये जाने के निर्देश दिये गये हैं.
बिना देरी वेब पोर्टल पर सही जानकारी करना है अपडेट:
सत्यापन के दौरान अगर किसी मरीज से जुड़ी सूचना गलत पायी जाती हे तो मरीज से संबंधित सही सूचना सत्यापन दल से प्राप्त करते हुए बिहार कोविड वेब पोर्टल पर बिना देरी सुधार करते हुए अपडेट करना है. ताकि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के स्वास्थ्य का अनुश्रवण बिना किसी बाधा के किया जा सके. इस संबंध में सभी आवश्यक जानकारी राज्य डाटा सेंटर को ईमेल से उपलब्ध कराना के लिए कहा गया है.