राष्ट्रहित चिन्तक विपक्ष ने ज्योतिबा फुले की 194 वीं जयंती मनाई

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नईदिल्ली-

राष्ट्रहित चिन्तक विपक्ष के तत्वाधान में महात्मा ज्योतिबा फुले की 194 वीं जयंती मनाई गई। इस मौके पर राष्ट्रहित चिन्तक विपक्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूर्यकांत शुभचिंतक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। महात्मा फुले के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन व पुष्पांजलि से शुरु हुए कार्यक्रम में राष्ट्रहित चिंतक विपक्ष सदस्य व सोशल गुरू संजय भाई ने स्वागत भाषण व फुले जीवनी पर प्रकाश डाला।

इस मौके पर सूर्यकांत शुभचिंतक ने कहा कि महात्मा फुले ने जीवन पर्यन्त दलितों, शोषितों, वंचितों के हक और अधिकार दिलाने तथा उनके उत्थान के लिए रचनात्मक कार्य किए।

सुर्यकांत शुभचिंतक ने कहा कि विद्यालयों की स्थापना कर शैछणिक व सामाजिक क्रांति की अलख समाज में जगाने का महत्वपूर्ण कार्य किया। उनके सिद्धांत आज भी प्रासंगिक हैं। उपस्थित लोगों द्वारा कुछ प्रस्ताव पारित कर भारत सरकार व प्रदेश सरकार को भेजने का निर्णय सर्वसम्मति से लिए गए। ज्योतिबा फुले एवं सावित्रीबाई फुले को भारत रत्न से नवाजा जाए। शिक्षण संस्थानों में फुले दम्पति की जीवनी व कृतित्व पर पाठ्यक्रम तैयार कर बच्चों को पढाया जाए। महात्मा ज्योतिबा फुले एवं सावित्रीबाई फुले की स्मृति में शासकीय योजनाओं का नामकरण किया जाए। फुले दम्पति की प्रतिमाएं प्रत्येक राजधानी तथा शहरों के चौराहों एवम् शिक्षण संस्थानों में लगाई जाए। फुले दंपत्ति के नाम पर विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालयों का नामकरण किया जाए। महात्मा फुले एवं सावित्रीबाई फुले द्वारा लिखित साहित्य को स्थानीय भाषाओं में अनुवाद कर सभी को पढ़ने के लिए उपलब्ध कराया जाए।

गौरतलब है कि राष्ट्रहित चिन्तक विपक्ष पार्टी ने समाजसेवियों को सदन में भेजने के लिए ये एक व्यवस्था तैयार की है | जो विपक्ष की वर्त्तमान नकारात्मक सोच को सकारात्मक रूप देकर एक जीता हुआ विपक्ष सदन के लिए तैयार कर सकेगी इस प्रयास में ऐसे नागरिक जो अपनी सत्ता की मानसिकता को छोड़कर देश और समाज के प्रति सेवाभाव लेकर आएँगे, राष्ट्रहित चिन्तक विपक्ष पार्टी उन्हें अपने नए विचारों से पोषित कर जनप्रतिनिधि बनाएँगे और जनता से अनुरोध करेंगे की सत्ताधारियों का झंडा छोड़कर स्वयं को मज़बूत करने के लिए ऐसे त्यागी जनप्रतिनिधियों को मतदान कर चुने और श्रेष्ठ भारत बनाने में योगदान करें |