सफलता पूर्वक पोषण माहाभियान का हुआ समापन

726

-तमाम गतिविधियों के माध्यम से लोगों तक पहुँचाया गया पोषण का संदेश

-कुपोषण मुक्त समाज निर्माण पर दिया गया बल, लोगों को किया जागरूक

-पोषण के महत्व और उदेश्य की लोगों को दी गई जानकारी

लखीसराय, 30 सितम्बर, 2020
01 सितम्बर से जिले में चल रहे पोषण माह अभियान का बुधवार को सफलता पूर्वक समापन हो गया। इस दौरान पोषण माह को सफल बनाने के लिए पूरे माह तमाम गतिविधियों का आयोजन कर लोगों को पोषण के महत्व और उदेश्य को विस्तारपूर्वक बताया गया और लोगों को जागरूक किया गया। साथ ही लोगों को कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण के लिए आवश्यक जानकारी दी गई। ताकि लोग पोषण के महत्व और उदेश्य को समझ सकें। क्योंकि, यह तभी धरातल पर सफल होगा। जब लोग इसके महत्व को समझेंगे। हालाँकि, पूरे माह हुए तमाम गतिविधियों का साकारात्मक बदलाव भी दिखने लगे हैं। लोग अपने सामान्य दिनचर्या में बदलाव लाना शुरू कर दिए हैं। जो सामुदायिक स्तर पर साकारात्मक बदलाव का प्रतीक है।

हर विभागों का मिला सहयोग, सफल रहा पोषण माह
आईसीडीएस के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कुमारी अनुपमा सिन्हा ने बताया कि पोषण माह को सफल बनाने के लिए हर विभागों का भरपूर सहयोग मिला। जैसे कि, जीविका, स्वास्थ्य, केयर इंडिया समेत अन्य विभागों ने भरपूर सहयोग की। इसी का परिणाम है कि पोषण माह पूर्ण रूप से सफल रहा है और लोगों के अंदर बदलाव दिखने लगा है। जो शुभ संकेत का प्रतीक है।

जिले के 06 प्रखंडों में हुआ कार्यक्रम का आयोजन
जिले सभी यानि 06 प्रखंडों में विभाग द्वारा कार्यक्रम की गतिविधि को लेकर जारी कैलेंडर के अनुसार निर्धारित तिथि के अनुरूप विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। साथ ही समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पोषण का संदेश पहुँचाने के लिए हरसंभव प्रयास की गई। इस दौरान 93, 027 प्रकार के तरह-तरह का गतिविधि का आयोजन किया गया।

बच्चों से लेकर हर वर्ग के लोगों के लिए उचित पोषण की दी गई जानकारी
इस दौरान पूरे माह तमाम गतिविधियों के माध्यम समाज के प्रत्येक व्यक्ति को बच्चों के जन्म के साथ उनका उचित रहन, पोषण, देखरेख से लेकर हर आयु वर्ग के लोगों तक के लिए उचित पोषण, रहन-सहन में बदलाव समेत अन्य जानकारियाँ दी गई। जिसके दौरान बताया कि कैसे बच्चे का सर्वागीण शारीरिक और मानसिक विकास होगा, युवा और बुजुर्ग कैसे स्वस्थ रहेंगे आदि की जानकारी दी गई।

स्वच्छता पर भी दिया गया बल

इस दौरान सामुदायिक स्तर पर लोगों को स्वच्छता की भी विशेष जानकारी दी गई और स्वच्छता पर बल देते हुए लोगों को इससे होने वाले फायदे को बताया गया। दरअसल, स्वच्छता से ही लोग स्वस्थ रहेंगे और जब लोग स्वस्थ रहेंगे तो उनकी शारीरिक व मानसिक विकास होगा। जिससे कुपोषण मुक्त समाज का निर्माण होगा।