हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर आयोजित होगा साप्ताहिक वेलनेस कार्यक्रम

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• जारी कैलेंडर के मुताबिक गतिविधियों का होगा आयोजन

• कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति ने जारी किये दिशानिर्देश

• सम्पूर्ण स्वास्थ और पोषण पर आधारित होंगी गतिविधियाँ

 

भागलपुर/ 3 जुलाई: सभी के लिए सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लक्ष्य को साकार करने में स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर प्रयासरत है. इसी क्रम में चयनित स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है. इन सेंटरों के क्षेत्र के लोगों के सम्पूर्ण स्वास्थ्य और पोषण को ध्यान में रख कर साप्ताहिक वेलनेस कार्यक्रम आयोजित करने की रूपरेखा विभाग द्वारा जारी की गयी है. इसको लेकर कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति मनोज कुमार ने सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर जरुरी दिशानिर्देश जारी किया है. पत्र में बताया गया है कि प्रत्येक सप्ताह एक वेलनेस कार्यक्रम आयोजित किया जाना है. साथ ही सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पब्लिक हेल्थ कैलेंडर के अनुसार लोगों को जागरूक करने के निर्देश भी दिए गए हैं.

 

थीम सम्बंधित कार्यक्रम होंगे आयोजित:

 

पत्र के माध्यम से बताया गया है कि पब्लिक हेल्थ डे की थीम से संबंधित जागरूकता के लिए कार्यक्रम जुलाई से दिसंबर माह तक आयोजित किये जाएंगे. इन 6 माह में कैलेंडर के मुताबिक निर्देशित कार्यक्रमों का आयोजन सुनिश्चित किया जाना है. पूरे वर्ष में कम से कम 27 वेलनेस कार्यक्रमों का आयोजन सुनिश्चित किया जाना है. पत्र में आगे बताया गया है कि आयोजित की गयी गतिविधियों को हेल्थ एंड वेलनेस पोर्टल पर अपलोड करना है. इसके आयोजन की संख्या जिलावार रैंकिंग को प्रभावित करेगा.

 

आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों में पोषण और सम्पूर्ण स्वास्थ्य पर रहेगा ध्यान:

 

समुदाय में व्याप्त पोषण समस्या जैसे एनीमिया, गर्भावस्था के दौरान पोषण, कृमि मुक्ति कार्यक्रम आदि पर ख़ास ध्यान देने का निर्देश जारी किया गया है.   एक स्वस्थ समाज के निर्माण की नीव एक स्वस्थ और पोषित शिशु के जन्म के साथ राखी जाती है. इसमें गर्भवती माताओं के पोषण को ध्यान में रखकर गतिविधियाँ आयोजित करने की बात कही गयी है. साथ ही एनीमिया प्रबंधन पर भी कई तरह के कार्यक्रम आयोजित करने का प्रावधान किया गया है. किशोरी पोषण के लिए समुदाय में चर्चा इसका एक अभिन्न अंग होगा, जहाँ चिकित्सक और एएनएम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर जनमानस से चर्चा करेंगे. राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस, 11 अप्रैल पर मातृत्व स्वास्थ्य पर पेंटिंग प्रतियोगिता का आयूजन किया जाना है. उसी तरह अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं एवं किशोरियों के स्वास्थ्य पर जागरूकता फैलाने के लिए पदयात्रा का कार्यक्रम रखने की बात कही गयी है. स्तनपान और टीकाकरण के फायदों पर भी कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.

 

कैंसर, टीबी एवं एचआईवी पर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से होगा गतिविधियों का आयोजन:

 

समुदाय में कैंसर, टीबी एवं एचआईवी जैसे रोगों पर जनमानस में जागरूकता फैलाने की जरुरत को समझते हुए गतिविधि कैलेंडर में कई कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिए गए हैं. इसके लिए कैंसर स्क्रीनिंग कैंप का आयोजन और स्तन कैंसर पर जागरूकता फैलाने के लिए पदयात्रा का आयोजन जैसे कार्यक्रम आयोजित करने के  निर्देश दिए गए हैं. विश्व टीबी उन्मूलन दिवस(24 मार्च पर परिचर्चा का आयोजन किया जाना है. विश्व एड्स दिवस(1 दिसंबर) के मौके पर वार्ता का आयोजन कराने का निर्देश दिया गया है. कोरोना काल में लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर ख़ास ध्यान देने की जरुरत है और इसके लिए योग एवं मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता फैलाने हेतु पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना है.