• प्रथम चरण के टीकाकरण के लिए 4.64 लाख लाभार्थी पंजीकृत
• 300 सत्र स्थलों पर होगा टीकाकरण
• प्रथम चरण के लिए राज्य को टीके के 5.69 लाख डोज हुए प्राप्त
• प्रेस वार्ता के जरिए स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी
पटना-
शनिवार यानी 16 जनवरी देश के साथ राज्य के लिए अति महत्वपूर्ण दिन साबित होने वाला है. विगत कई महीनों से कोरोना के खिलाफ़ चल रही लड़ाई एवं संघर्ष पर जीत की शुरुआत होने वाली है. शनिवार से राज्य के सभी जिलों में कोविड टीकाकरण कार्य शुरू किया जा रहा है. उक्त बातें शुक्रवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने राज्य स्वास्थ्य समिति के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कही.
मंगल पाण्डेय ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कोविड टीकाकरण के लिए पहले चरण में कोविन पोर्टल पर पंजीकृत 4,64,160 स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण किया जाना है. जिसमें 3,79,962 सरकारी स्वास्थ्यकर्मी एवं 84,198 प्राइवेट स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं. इसके लिए राज्य में कुल 300 सत्र स्थल बनाए गए हैं, जिसमें 259 सत्र स्थल सरकारी एवं 41 सत्र स्थल प्राइवेट के हैं. उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण के प्रथम चरण के लिए राज्य के 10 क्षेत्रीय टीकाकरण स्टोरेज केन्द्रों को टीके भेज दिए गए हैं. इन 10 क्षेत्रीय टीकाकरण स्टोरेज केन्द्रों को टीका उपलब्ध कराया गया है. इन केन्द्रों में औरंगाबाद, भागलपुर, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, नालंदा, पटना, पूर्णिया, सहरसा एवं सारण क्षेत्रीय टीकाकरण स्टोरेज केंद्र शामिल हैं. इनके माध्यम से सभी जिलों को जरुरी मात्रा में टीका जिलों को भेज दिया गया है.
प्रत्येक लाभार्थी को मोबाइल नंबर पर मिलेगी जानकारी:
मंगल पाण्डेय ने टीकाकरण प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सभी पंजीकृत लाभार्थी के मोबाइल नंबर पर टीकाकरण सत्र के स्थान एवं समय की जानकारी मेसेज के माध्यम से दी जाएगी. उन्होंने बताया कि लाभार्थी के टीकाकृत होने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा लाभार्थी की जानकारी कोविन पोर्टल पर दर्ज की जाएगी. उन्होंने बताया कि टीकाकरण के बाद लाभार्थी को स्वास्थ्यकर्मी की देखरेख में 30 मिनट तक रखा भी जाएगा. राज्य के सभी 38 जिलों में 678 कोल्ड चैन पॉइंट बनाये गये हैं. कोविड टीके की दो डोज सबको दी जानी है. टीकाकरण का दूसरा डोज 28 दिनों के अंदर ही दोहराया जायेगा. कोविशील्ड टीकाकृत लाभार्थी को कोविशील्ड व कोवैक्सीन टीकाकृत लाभार्थी को कोवैक्सीन का ही दूसरा डोज दिया जाना है.
राज्य को कुल 5,69,000 डोज हुए प्राप्त:
प्रेस वार्ता के दौरान प्रधान सचिव, स्वास्थ्य, अमृत प्रत्यय ने पॉवर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए टीकाकरण कार्यक्रम की कार्य योजना पर विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने मीडिया कर्मी को संबोधित करते हुए कहा कि चिन्हित स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण के लिए राज्य को सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया द्वारा निर्मित कोवीशील्ड की 54,900 वाईल एवं भारत इन्फोटेक द्वारा निर्मित कोवैक्सीन की 1000 वाईल प्राप्त हुयी है. कोवीशील्ड की एक वाईल से 10 डोज एवं कोवैक्सीन की एक वाईल से 20 डोज बनाए जाएंगे. इस लिहाज से राज्य को कोवीड टीकाकरण के पहले चरण के लिए कुल 5,69,000 डोज प्राप्त हो चुके हैं. शनिवार यानी 16 जनवरी को राज्य के दो टीकाकरण सत्र स्थल( इंदिरा गाँधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज एवं पारस एचएमआरआई अपस्ताल) टीकाकरण शुरुआत की लाइव प्रसारण के साथ देश के अन्य राज्यों के साथ जुड़े रहेंगे.
जैव अपशिष्टों के प्रबंधन व निष्पादन की होगी व्यवस्था:
अमृत प्रत्यय ने बताया कि प्रत्येक टीकाकरण स्थलों पर जैव चिकित्सा अपशिष्टों के प्रबंधन के लिए कलर कोडेड बैग्स की व्यवस्था है. इन्हें सम्बंधित जैव चिकित्सा अपशिष्ट उपचार केंद्र के माध्यम से उठाव कर उनका निष्पादन किया जायेगा. इसके लिए राज्य में भागलपुर को 11 जिलों से, गया को 6 जिलों से, मुजफ्फरपुर को 15 जिलों से एवं पटना से 6 जिलों को जोड़ा गया है. जैव चिकित्सा अपशिष्टों के कलेक्शन एवं डिस्पोजल की जिम्मेदारी सिनर्जी वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड, मेडीकेयर इनवोरमेंट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड एवं संगम मेडीसर्व प्राइवेट लिमिटेड को दी गयी है.
प्रथम चरण में इनका होगा टीकाकरण:
शनिवार से शुरू होने वाले टीकाकरण में सफाई कर्मी, एम्बुलेंस ड्राईवर, लेबोरेटरी टेकनीशियन, नर्स(एएनएम एवं जीएनएम), चिकित्सक एवं 50 वर्षों से अधिक उम्र वाले लोग, जिन्हें किसी तरह की कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या न हो, शामिल होंगे.
प्रत्येक सत्र स्थल पर 3 कक्ष बनाए गए हैं:
टीकाकरण के लिए प्रत्येक सत्र स्थल पर 3 कक्ष बनाये गये हैं. पहला कक्ष प्रतीक्षालय, दूसरा टीकाकरण कक्ष व तीसरा अवलोकन कक्ष निर्धारित किया गया है. अवलोकन कक्ष में टीकाकृत लाभार्थी की 30 मिनट तक करनी है. सत्र स्थलों पर एईएफआई किट, हैंड सेनिटाइजर, मास्क, बिजली व पानी की आपूर्ति, साफ सफाई, वेबकास्ट के लिए टेलीविजन व इंटरनेट कंनेक्शन सहित अन्य आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है.
इस दौरान राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार, प्रशासी पदाधिकारी खालिद अरशद, राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एनके सिन्हा सहित अन्य राज्य स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे