– जिले के सिर्फ दो ही जगह के टीकाकरण केंद्र को किया गया है विकसित
– वित्तिय वर्ष 2020 – 21 एनएचएम/एफएमआर के अनुसार प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आधुनिक टीकाकरण कार्नर को किया जाना है विकसित
लखीसराय-
जिले के दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा और हलसी पर कार्यरत नियमित टीकाकरण केंद्र को मॉडर्न टीकाकरण कॉर्नर के रूप में विकसित किया गया है। राज्य के सभी नियमित टीकाकरण केंद्र को उत्क्रमित कर सभी केंद्रों में एकरूपता बनाए रखने के उद्देश्य राज्य के 230 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को आधुनिक टीकाकरण कॉर्नर के रूप में विकसित किया जा रहा है।
जिले के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार भारती ने बताया कि जिले के सूर्यगढ़ा और हलसी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कार्यरत नियमित टीकाकरण केंद्र को उत्क्रमित कर आधुनिक टीकाकरण कॉर्नर के रूप में विकसित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले के दो सीएचसी या पीएचसी में से सिर्फ दो का चयन मॉडर्न टीकाकरण कॉर्नर के रूप किया जाना था। इसी के तहत जिले के दोनों सीएचसी का चयन मॉडर्न टीकाकरण कॉर्नर के रूप में किया गया है।
सभी टीकाकरण केंद्रों में एकरूपता को ले मॉडर्न टीकाकरण कॉर्नर में होनी चाहिए ये सुविधाएँ :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि सभी जगह एकरूपता बनाये रखने के लिए कमरे की दीवार को रोबिन ब्लू रंग से पेंट किया जाना आवश्यक है। इसके साथ ही कमरे की छत पर फ़ैज़ कूलिंग एलईडी लगाया जाना है। इसके अलावा कमरे का वायरिंग कवर्ड होना चाहिए । साथ ही मॉड्यूलर स्वीच एवं बोर्ड भी लगाना आवश्यक है। बताया कि मॉडर्न टीकाकरण कॉर्नर में एयर कंडीशनर के साथ ही कमरे की दीवारों पर टीकाकरण से संबंधित सिग्नेट्स विनाइल बोर्ड पर असिलाइने बैक के साथ स्टीलनेस स्टैंड ( 3′ x 2′) में लगाकर फिक्स किया जाय।
उन्होंने बताया कि टीकाकरण कक्ष के बाहर दरवाजे पर मॉडर्न इम्युनाइजेशन कॉर्नर ( एमआईसी) का नाम एवं स्थान के साथ ही बिहार सरकार एवं एनएचएम के लोगो के साथ लाइट के साथ सिग्नेट्स लगाना है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही गोदरेज का एक अलमीरा, एक टेबल, एक रिवोल्विंग स्टील स्टूल, एक आरामदायक कुर्सी और प्रतीक्षा कर रहे लाभार्थी के परिजनों के लिए तीन सीट वाला 2 पीस स्टेनलेस स्टील के साथ ही कलर कोटेड डस्टबिन का होना अति आवश्यक है।